3 Monkeys In Indie Coalition: योगी आदित्यनाथ ने इन नेताओं को’महागठबंधन के तीन बंदर’ ‘पप्पू, टप्पू और अप्पू’ बताया!

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3 Monkeys In Indie Coalition: योगी आदित्यनाथ ने इन नेताओं को बताया ‘पप्पू, टप्पू और अप्पू’!

दरभंगा/मुजफ्फरपुर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रचार चरम पर है. आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दरभंगा और मुजफ्फरपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया. केवटी में बीजेपी उम्मीदवार मुरारी मोहन झा को जिताने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि आस्था का सम्मान करने वाली बिहार की जनता एनडीए सरकार के साथ है. उन्होंने महात्मा गांधी के तीन बंदरों से इंडिया गठबंधन के नेताओं की तुलना कर कर दी. हालांकि उन्होंने स्पष्ट तौर पर नाम नहीं लिया लेकिन इशारा राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव की ओर था.

‘इंडिया गठबंधन में तीन बंदर’: सीएम योगी ने कहा कि महात्मा गांधी के तीन बंदर होते थे. वहीं, अब इंडिया गठबंधन में भी तीन बंदर है पप्पू, टप्पू और अप्पू जो बिहार में घूम रहें हैं. पप्पू सच बोल नहीं सकता, टप्पू अच्छा देख नहीं सकता और अप्पू अच्छा सुन नहीं सकता. इन सबको बिहार और देश का विकास दिखाई नहीं देता है. यह बंदरों की जोड़ी बिहार में खानदानी और माफियाओं के साथ बिहार की सुरक्षा के साथ सेंधमारी करना चाहते है.

 

“आपने गांधी के तीन बंदरों के बारे में सुना होगा. आज इंडी गठबंधन के अपने तीन और बंदर आ गए हैं. पप्पू, टप्पू और अप्पू. पप्पू सच नहीं बोल सकता. टप्पू सही को देख नहीं सकता और अप्पू सच नहीं सुन सकता. ये तीन बंदर परिवार के माफिया को बहला-फुसलाकर और उन्हें अपना चेला बनाकर बिहार की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं. इन लोगों ने बिहार में जाति को जाति से लड़ाया.”- योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

‘यूपी-बिहार की साझी विरासत’: योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार का संबंध केवल एक संबंध नहीं है बल्कि एक साझी विरासत है. एक आत्मा का संबंध है, एक संस्कृति का संबंध है और एक संकल्प का भी संबंध है. यह संबंध उसी प्रकार से अटूट है जैसे भगवान राम और मां जानकी का संबंध अटूट है. यूपी के सीएम ने कहा कि राजद के सहयोगी सपा वाले वहां पर इस अराजकता को फैलाते थे. आज उनकी क्या दुर्गति हो रही है? यह सब आप जानते हैं. योगी ने सीएम नीतीश कुमार के कामों की भी तारीफ की.

मुजफ्फरपुर में भी किया संबोधित: वहीं, मुजफ्फरपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1992 से लेकर 2005 तक बिहार में 6 बजे के बाद कर्फ्यू जैसा माहौल हो जाता था. पटना हाईकोर्ट ने टिप्पणी की थी कि बिहार में सरकार का संचालन गुंडों के द्वारा हो रहा है. पेपर लीक एक धंधा हो चुका था. गरीबों को तो राशन नहीं मिलता था लेकिन जानवरों के चारे को लेकर भी 900 करोड़ का चारा घोटाला हुआ था.. बिहार के अन्नदाता किसान पलायन करने के लिए मजबूर हो गए थे, कोई उद्यमी उद्यम लगाने को तैयार नहीं था.

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