एडमिशन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय, व्यापारी से हुई 30 लाख की ठगी

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एडमिशन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय, व्यापारी से हुई 30 लाख की ठगी

बिलासपुर। शहर के एक व्यवसायी के बेटे को प्रतिष्ठित कॉलेज में भर्ती करवाने का झांसा देकर 30 लाख रुपए की ठगी कर ली गई।

पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी शिवम शर्मा उर्फ गोपी कृष्णा, विनीत सिंह उर्फ सौम्य राज, गौरव झा, आर्यन अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत अपराध दर्ज किया है। सिविल लाइन थाना, बिलासपुर की पुलिस ने बताया कि सांई शरण, मेन रोड व्यापार विहार निवासी हेमंत मोदी पिता स्व. कमल किशोर मोदी (50) लुब्रीकेंट का व्यवसाय करते हैं। उन्होंने मीडिया के माध्यम से नामी व प्रतिष्ठित कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन का विज्ञापन देखकर संपर्क किया। नंबर गौरव झा के नाम पर था। उन्होंने अपने बेटे अर्चित मोदी का एडमिशन बिट्स पिलानी इंजीनियरिंग कॉलेज राजस्थान में करवाने के लिए उक्त नंबर पर फोन लगाया। भर्ती प्रक्रिया बताने के लिए संस्था के कर्मचारी गौरव झा, विनीत सिंह उर्फ सौम्य राज व्यापार विहार स्थित ऑफिस आए। गौरव झा ने बताया कि हमारी एजुकेशन कंसल्टेंसी चोंढे ग्रुप पुणे के अंदर आती है।

एजुकेशन कंसल्टेंसी के माध्यम से बड़े व नामी कॉलेज में एडमिशन करने का काम करते हैं जो पुणे में कल्याणी नगर वडगांव में स्थित वडगांव शेरी विमान नगर पुणे महाराष्ट्र में मुख्य कार्यालय स्थित है। एडमिशन के आगे की प्रक्रिया के लिए मुख्य कार्यालय पुणे बुलाया। तब पीड़ित 5 जून 2025 को पुणे ऑफिस गया। जहां शिवम शर्मा उर्फ गोपी, कृष्णा, विनीत सिंह उर्फ सौम्य राज से मुलाकात हुई। 100 प्रतिशत एडमिशन होने की गारंटी के साथ आश्वासन दिया। एडमिशन का पूरा खर्चा व अलग- अलग कॉलेज के डोनेशन का एडमिशन होने तक का खर्चा 30 लाख रूपए बताया गया। पीड़ित व्यापारी ने उसी दिन 3 लाख 15 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खाते में ट्रांसफर किया। पांच दिन बाद 10 जून को शिवम शर्मा उर्फ गोपी कृष्णा के द्वारा फोन करके एडमिशन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए 7 लाख 65000 रुपए जमा करने के लिए कहा। 17 जून को ऑफिस जाकर विनीत सिंह उर्फ सौम्य राज ने अलग- अलग कॉलेज का फॉर्म भरने के साथ कुछ सुरक्षा निधि जमा करने के लिए कहा। पीड़ित ने उनकी बातों पर विश्वास करके नगद 4 लाख 50 हजार रुपए दिया। शेष राशि 3 लाख 15000 रूपए को उनके बैंक खाता में जमा किया।अगस्त को एडमिशन के कन्फर्मेशन व डोनेशन के लिए पैसा मागंने पर रायपुर के फाफाडीह चौक स्थित ऑफिस में जाकर सुनील को नगद 8 लाख 70 हजार रुपए दिया।

पीड़ित व्यापारी ने उन लोगों से निरंतर संपर्क करके एडमिशन के लिए कहा तो पूरा पेमेंट करने पर एडमिशन का कन्फर्मेशन लेटर मेल में आने की बात कही। 18 अगस्त को पीड़ित अपने व्यापार विहार स्थित ऑफिस में उनके प्रतिनिधि एचपी पटेल को नगद 10 लाख 50 हजार रुपए दिया। पूरा रकम देने के बाद भी एडमिशन का मेल नहीं आया। तब उन्होंने आरोपियों को फोन लगाया। तब सभी का मोबाइल फोन बंद बताया। तब पीड़ित को धोखाधड़ी का अहसास हुआ। अब इस मामले में पुलिस ठगों की तलाश में जुट गई है।