Major Terrorist Plot Foiled in Faridabad: 350 किलो RDX और हथियार बरामद, कौन है 2 खूंखार डॉक्टर

ये डॉक्टर हो सकते हैं आतंकवादी नेटवर्क का हिस्सा, जो उत्तरी भारत और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हमले की योजना बना रहे थे!

446

Major Terrorist Plot Foiled in Faridabad: 350 किलो RDX और हथियार बरामद, कौन है 2 खूंखार डॉक्टर

Faridabad: हरियाणा के फरीदाबाद जिले के धौज गांव में सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया। एक किराए के मकान में लगभग 350 किलो विस्फोटक सामग्री, एक AK‑47 और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए। मकान में IED बनाने के उपकरण, टाइमर और विस्फोटक बनाने की अन्य सामग्री भी मिली।

पुलिस ने मकान में रहने वाले डॉक्टर मुझमिल शकील को गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह सामने आया कि जम्मू‑कश्मीर के एक अन्य डॉक्टर द्वारा दी गई जानकारी ने इस कार्रवाई की राह प्रशस्त की। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि ये दोनों डॉक्टर किसी बड़े आतंकवादी नेटवर्क का हिस्सा हो सकते थे, जो उत्तरी भारत और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हमले की योजना बना रहे थे।

IMG 20251110 WA0023
बरामद विस्फोटक मुख्य रूप से अमोनियम नाइट्रेट था। प्रारंभ में इसे RDX बताया गया था, लेकिन जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह अमोनियम नाइट्रेट है। मकान में भारी मात्रा में कारतूस और AK‑47 भी बरामद हुई।

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह केवल हथियार और विस्फोटक की तस्करी का मामला नहीं है बल्कि राजधानी क्षेत्र में बड़े स्तर पर हमला करने की साजिश का संकेत है। मामले की जांच जारी है कि सामग्री का स्रोत कहां से था और क्या इसका किसी आतंकी संगठन से संबंध था।

IMG 20251110 WA0024

फरीदाबाद पुलिस आयुक्त ने बयान दिया कि यह छापेमारी एक लगातार जारी अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद होना राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे की चेतावनी है। उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसियां मामले के हर पहलू की गहन जांच कर रही हैं और आगे और गिरफ्तारियों और बरामदगियों की संभावना बनी हुई है।

बता दें कि फरीदाबाद हरियाणा (Haryana) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बिल्कुल पास स्थित है और दिल्ली‑एनसीआर (National Capital Region) का हिस्सा भी माना जाता है। इसका महत्व इसलिए भी है क्योंकि यहां बहुत सारे औद्योगिक और आवासीय इलाके हैं, जिससे सुरक्षा की दृष्टि से यह संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।

सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की गतिविधियां दिखाती हैं कि आतंकवादी नेटवर्क अब पेशेवर क्षेत्रों में भी सक्रिय हो रहे हैं। ऐसे मामलों से यह स्पष्ट होता है कि सिर्फ तकनीकी निगरानी ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि पेशेवर और मानव संसाधन की सतर्कता भी जरूरी है। आवासीय इलाकों, किराए के मकानों और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों और निगरानी को मजबूत करना आवश्यक है।

अधिकारियों का कहना है कि बरामद सामग्री फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दी गई है। इसके साथ ही एजेंसियां नेटवर्क, आपूर्ति श्रृंखला और वित्तीय स्रोतों की पड़ताल कर रही हैं। यह कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों और राज्य प्रशासन की तत्परता और सतर्कता का उदाहरण है।
फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में यह घटना सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी है। आने वाले दिनों में एजेंसियों द्वारा और भी विस्तृत खुलासे, गिरफ्तारियां और बरामदगी की संभावना बनी हुई है।