भाजपा में 2 माह से चल रही जिला कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया, 26 जिलों को अब तक कार्यकारिणी बनने का इंतजार

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भाजपा में 2 माह से चल रही जिला कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया, 26 जिलों को अब तक कार्यकारिणी बनने का इंतजार

 

भोपाल: प्रदेश भाजपा करीब दो माह से जिला कार्यकारिणी गठन की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अब तक पार्टी अपने 62 संगठनात्मक जिलों में से केवल 36 जिलों में ही कार्यकारिणी घोषित कर पाई है। शेष जिलों में अभी भी सूची का इंतजार है, जिससे कार्यकर्ताओं के बीच उत्सुकता और असमंजस दोनों का माहौल बना हुआ है। हालांकि अब यह दावा किया जा रहा है कि इस महीने सभी जिलों में कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी।

भाजपा संगठन प्रत्येक जिले में जातीय, भौगोलिक और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर कार्यकारिणी तैयार कर रहा है। इसी कारण से कई जिलों में नामों को लेकर गहन विचार चल रहा है। बीच में बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के वहां पर व्यस्त रहने के चलते जिला कार्यकारिणी को लेकर विचार धीमा हो गया। अब बिहार चुनाव हो चुके हैं, ऐसे में अब यह माना जा रहा है कि भाजपा इसी महीने शेष रहे 26 जिलों की अपनी कार्यकारिणी की घोषणा कर देगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के नेतृत्व में प्रदेश संगठन का फोकस अब संगठन से सरकार तक की कार्यशैली को गति देने पर है। भाजपा ने प्रदेश में स्वदेशी अभियान, संगठन सृजन और सेवा ही संगठन जैसे कार्यक्रमों को जिला स्तर पर प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। वहीं एसआईआर को लेकर भी जिला भाजपा को सक्रिय रहते हुए किसी मतदाता का नाम बिना पुख्ता कारण के न हटे इसे पर भी फोकस करना है। इसके लिए कार्यकारिणी का पूर्ण गठन जरूरी माना जा रहा है।

न हो सके विरोध

अब जो कार्यकारिणी घोषित की जाएगी, उनमें इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि पदाधिकारियों को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं में नाराजगी न हो। वहीं परिवारवाद जैसे मुद्दे भी सामने नहीं आए, इसलिए अब जिन जिलों में घोषणा होना बाकी है, उनमें इन दोनों बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाएगा।

इन जिलों में बन चुकी है कार्यकारिणी

अब तक जिन जिलों में कार्यकारिणी का गठन हो चुका है, उनमें आगर मालवा, बालाघाट, भोपाल ग्रामीण, बैतूल, सीधी, मऊगंज, देवास, सागर ग्रामीण, हरदा, मंडला, दमोह, शहडोल, शाजापुर, उज्जैन शहर, उज्जैन ग्रामीण, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, खंडवा, अलीराजपुर, निमाड़ी, सिंगरौली, दतिया, मंदसौर, अनूपपुर, रतलाम, अशोकनगर, नीमच, बड़वानी, झाबुआ, मैहर, रीवा, श्योपुर, जबलपुर ग्रामीण, नर्मदापुरम, रायसेन और इंदौर शहर शामिल हैं।