देश के इन दुश्मनों को दफन ही होना चाहिए…

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देश के इन दुश्मनों को दफन ही होना चाहिए…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

डॉक्टर बनकर देश को बर्बाद करने पर उतारू देशद्रोहियों को वास्तव में ऐसी सजा मिलनी चाहिए ताकि दोबारा कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके। दिल्ली ब्लास्ट केस में सहारनपुर, लखनऊ, कानपुर और हापुड़ से गिरफ्तार डॉ. आदिल, डॉ. शाहीन, डॉ. परवेज़, डॉ. आरिफ और डॉ. फारूक ऐसे ही घिनौने चेहरे हैं। अल फलाह यूनिवर्सिटी आतंक का अड्डा बनकर आतंकियों को पनाह दे रही थी‌। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के लाल किला धमाके को लेकर सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट के दोषियों को दी जाने वाली सजा इतनी कड़ी होगी कि पूरी दुनिया देखेगी। और इससे भविष्य में कोई भी व्यक्ति हमारे देश में इस तरह के हमले की हिम्मत नहीं कर सकेगा। यह जरूरी भी है और देश को बचाने के लिए सरकारों की मजबूरी भी है। देश के इन दुश्मनों को दफन होना ही चाहिए… वरना यह देश को दफन करने की साजिश रचते रहेंगे।

देश की राजधानी दिल्ली में 10 नवंबर की शाम हुए भयानक धमाके के बाद पूरे देश में सनसनी फैली हुई है। यह विस्फोट लाल किले के पास मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 पर कार में हुआ था, जिसमें अमोनियम नाइट्रेट जैसे खतरनाक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इस धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई और 25 से ज़्यादा लोग घायल हुए। जांच एजेंसियों ने लगातार छापेमारी कर अब तक कई संदिग्धों को पकड़ा है, जिनमें से ज्यादातर उत्तर प्रदेश से जुड़े हैं और डॉक्टर बनकर भारत में भय का माहौल बनाने में जुटे थे।अब तक हुई गिरफ्तारियों से साफ है कि इस धमाके में एक संगठित डॉक्टर नेटवर्क काम कर रहा था। इन्होंने भारत में रहने वाले राष्ट्रभक्त मुसलमानों का सिर शर्म से झुका दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोषियों को कड़ी सजा देने की बात पहले कह चुके हैं तो अमित शाह ने मोती भाई चौधरी सागर सैनिक स्कूल कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली कार विस्फोट के दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी जिससे दुनिया को सख्त संदेश जाएगा। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया, “इस कायरतापूर्ण कृत्य को अंजाम देने वाले और इसके पीछे जो लोग हैं, उन सभी को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। भारत सरकार और गृह मंत्रालय इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।” शाह ने कहा, “इस आतंकवादी कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को कड़ी सजा दिलाने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प निश्चित रूप से पूरा होगा।” उन्होंने कहा, “दिल्ली आतंकवादी हमले के दोषियों को दी जाने वाली सजा से दुनिया को यह संदेश जाएगा कि हमारे देश में इस तरह के हमले के बारे में सोचने की भी किसी को हिम्मत नहीं करनी चाहिए।”

मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को पूरी दुनिया ने मान्यता दी है और प्रधानमंत्री वैश्विक स्तर पर इस लड़ाई का नेतृत्व करने में सबसे आगे हैं। लगातार ऐसी घटनाओं का होना वास्तव में देश के लिए दुर्भाग्य की बात है। और कहीं ना कहीं हमारी सुरक्षा व्यवस्था की खामियां भी इसे उजागर होती हैं। अगर सरकार वास्तव में पूरी दुनिया में सख्त संदेश देना चाहती है तो हमें ऐसे सभी नेटवर्क पहले ही ध्वस्त कर देने चाहिए और कठोरता से ऐसे आतंकी मनसूबे वाले देशद्रोहियों को दफन कर दिया जाना चाहिए… इन्हें इस तरह की किसी घटना को अंजाम देने का अवसर मिलना ही नहीं चाहिए।

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।