भोपाल. जल जीवन मिशन से ग्रामीण परिवारों की पेयजल समस्या को समाप्त करने में प्रभावी सफलता मिल रही है। प्रदेश में करीब एक करोड़ 22 लाख ग्रामीण परिवारों को उनके घर में ही नल कनेक्शन के जरिए जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है।
इस लक्ष्य में 46 लाख 79 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों तक सुविधा पहुँचाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
मिशन में निर्धारित लक्ष्य वर्ष 2024 तक पूरा किया जाना है ताकि गाँव में बसे प्रत्येक परिवार को घर पर ही जल उपलब्ध करवाया जा सके।
ग्वालियर-चंबल संभाग में भी 465 ग्रामों के प्रत्येक परिवार को “जल जीवन मिशन” में लाभान्वित किया गया है।
संभाग के प्रत्येक गाँव के हर परिवार को मिशन का लाभ देने के उद्देश्य से दोनों संभागों में 603 करोड़ 99 लाख 23 हजार रूपये लागत की 1143 जल संरचनाओं का कार्य त्वरित गति से जारी है।
“जल जीवन मिशन” में ग्वालियर-चंबल संभाग के ग्वालियर जिले में 251, दतिया में 19, गुना में 172, शिवपुरी में 87, अशोकनगर में 75, मुरैना में 358, भिंड में 141 और श्योपुर जिले में 40 जल-प्रदाय की नवीन तथा रेट्रोफिटिंग योजनाओं का कार्य प्रगतिरत है।
प्रदेश के सभी जिलों में ग्रामीण परिवारों को “जल जीवन मिशन” का लाभ देने के उद्देश्य से जल-प्रदाय योजनाओं पर त्वरित गति से कार्य किए जा रहे हैं। अ
ब तक प्रदेश के 4069 गाँवों के शत-प्रतिशत परिवारों को नल से जल की सुविधा मुहैया करवाई जा चुकी है।
मिशन की प्रगतिरत जल-प्रदाय योजनाओं में जहाँ जल-स्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण परिवारों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा।
जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जल-स्त्रोत नहीं हैं, वहाँ यह निर्मित किये जायेंगे। मिशन में यह सुनिश्चित किया जाना है कि कोई भी ग्रामीण परिवार पेयजल के लिए परेशान नहीं हो।