बिहार में दसवीं बार नीतीश कुमार…

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बिहार में दसवीं बार नीतीश कुमार…

कौशल किशोर चतुर्वेदी
धमाकेदार जीत के बाद अब पूरी दुनिया की निगाहें बिहार पर टिकी हैं। सबसे बड़ा दल बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी के बिहार के नेताओं का दिल सबसे ज्यादा धड़क रहा है। बिहार भाजपा के नेताओं के दिमाग में सीएम की कुर्सी और भाजपा का सबसे बड़ा दल होना जरूर बार-बार घूम रहा होगा। पर यह भी सभी को मालूम है कि उनकी चाहत को फिलहाल राहत मिलने का सही समय नहीं है। बिहार की चाहत यही है कि नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करें। और एनडीए गठबंधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की केमिस्ट्री, एक हिस्ट्री भी है और एक मिस्ट्री भी है। इसीलिए राजद गठबंधन की सरकार को मिट्टी में मिलाकर मोदी के तीसरे प्रधानमंत्रित्व काल में केंद्र की सत्ता में भी नीतीश की जेडीयू की महत्ता महत्वपूर्ण है। ऐसे में समान्य स्थिति में तो शपथ ग्रहण के साथ नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री बनकर बिहार के विकास को आकाश तक ले जाने का काम करने वाले हैं। यदि विधाता ही कुछ और मंजूर किए बैठा हो तब ही ‘राम के राजतिलक’ का उदाहरण बिहार में देने की नौबत आ सकती है। पर फिलहाल तो यही माना जाए कि जिस तरह से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने चुनाव लड़ा और एनडीए गठबंधन को आसमान तक पहुंचाया, उसी के मुताबिक नीतीश कुमार फिर अबकी बार दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनकर रिकॉर्ड बनाने वाले हैं।
बिहार में एनडीए की नई सरकार के गठन की कवायद अब पूरी हो गई है। बीजेपी और जेडीयू के बीच मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी को लेकर फॉर्मूला तय हो चुका है। 6 विधायक पर 1 मंत्री पद का फॉर्मूला लागू होने की पूरी संभावना है। सरकार गठन से जुड़े अहम मुद्दों पर आगे का रोडमैप तैयार हो रहा है। जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक और एनडीए विधायक दल की बैठक होगी और सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को सीएम बनाने पर मुहर लगा दी जाएगी।
जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक 17 नवंबर को ही बुलाई जा सकती है। 18 नवंबर तक एनडीए अपना नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। इसके साथ ही सरकार गठन का औपचारिक ऐलान भी किसी भी समय हो सकता है‌। बिहार में नई सरकार का शपथ ग्रहण 19 तारीख को हो सकता है। और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पटना का गांधी मैदान शपथ ग्रहण समारोह का साक्षी बनेगा‌।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को जदयू के विधायकों को मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने की जवाबदेही दी गई थी। जदयू के सभी विधायकों से मुख्यमंत्री की मुलाकात पूरी हो गई है। एनडीए के अन्य घटक दलों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मंत्रिमंडल में बीजेपी से 15 या 16, जदयू से 14+1,एलजेपी से 3
उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम-1,
मांझी की हम से भी 1 मंत्री बनने की संभावना है।
तो जिस तरह बिहार में एनडीए (202 सीट) को प्रचंड बहुमत मिला है। इसके बाद दिल्ली से पटना तक नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। बिहार में सरकार गठन को लेकर एनडीए गठबंधन की पार्टियों के विधायकों के बैठकों का दौर जारी है। वहीं नीतीश कुमार के बेटे निशांत को उम्मीद है कि बिहार में दसवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण कर उनके पिता नीतीश कुमार जनता के भरोसे पर खरा उतरेंगे…। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने कहा, “यह बिहार की जनता का आशीर्वाद और समर्थन है। मेरे पिता ने पिछले 20 सालों में जो कड़ी मेहनत की है, उसका फल मिला है, इसके लिए जनता का धन्यवाद करते हैं।” उन्होंने कहा, “मैं बिहार की जनता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने एक बार फिर मेरे पिता पर भरोसा जताया और उन्हें यह जीत दिलाई। पूरी उम्मीद होगी कि पिताजी जनता के विश्वास पर खरा उतरें और पहले जो विकास किया है, उसको जारी रखें।” और निशांत कुमार की तरह ही शायद मोदी -नीतीश कुमार और बिहार की भी यही चाह है…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।