उज्जैन शहर को विश्‍व स्‍तरीय हेरिटेज सिटी बनाने की कार्ययोजना, संभागायुक्त श्री सिंह की अध्यक्षता में बैठक संपन्न

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उज्जैन शहर को विश्‍व स्‍तरीय हेरिटेज सिटी बनाने की कार्ययोजना, संभागायुक्त श्री सिंह की अध्यक्षता में बैठक संपन्न

एसपीए भोपाल की प्रोफेसर डॉ. मित्रा द्वारा अमृत 2.0 अंतर्गत उज्जैन को विश्‍व स्‍तरीय हेरिटेज सिटी बनाने की कार्ययोजना प्रस्तुत

उज्जैन: संभागायुक्त श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को सिंहस्‍थ मेला कार्यालय में आयोजित बैठक में स्कूल ऑफ प्लानिंग (एसपीए) की प्लानिंग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. शिवली मित्रा द्वारा भगवान श्री महाकाल की नगरी को विश्वस्तरीय सुविधा संपन्न हेरिटेज सिटी के रूप में स्थापित करने की कार्ययोजना प्रस्तुत की गई। बैठक में कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा,नगर निगम आयुक्त श्री अभिलाष मिश्रा, नगर निगम अपर आयुक्त श्री संतोष टैगोर,अन्य जिला अधिकारी और एसपीए के प्रोफेसर उपस्थित रहे।

बैठक में अमृत 2.0 के अंतर्गत जिले में श्रद्धालुओं का उज्जैन दर्शन अनुभव और सिंहस्थ 2028 का अनुभव भव्य ,दिव्य बनाने के लिए जिले के मार्गों को उज्जैन सम्बंधित लोक कथाओं के थीम पर विकसित करने ,श्रद्धालुओं का पेडिस्ट्रियन मूवमेंट को आरामदायी और सुविधाजनक बनाने के लिए वेंडिंग रोड्स, एक्विटी सेंटर आदि विकसित करने पर चर्चा कर सुझाव प्राप्त किए गए।

बैठक में पब्लिक ट्रांसपोर्ट, पार्किंग सुविधा, दिव्यांगों के लिए सुगमता से आवागमन आदि के लिए मार्गों में कलर कोडिंग करने,स्ट्रीअमलाइन्ड व्हीकल मूवमेंट,अधिक दवाब वाले मार्गों को वन वे करने आदि पर भी चर्चा की गई। बैठक में जिले के एंट्री और निकास पॉइंट्स से लेकर सभी आवश्यक स्थानों तक पर्याप्त संख्या में संकेतक लगाने , लोक कहानियों, धार्मिक कथाओं को डिजिटलाइज करने, उक्त कथाओं से संबंधित पौराणिक महत्व की जगहों पर कार्यक्रम कराने पर भी चर्चा की गई।

बैठक में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कल्चरल अनुभव मैप और ऐप डेवलप कर ऐप पर जिले के सभी प्रमुख स्थल, मंदिर, धार्मिक यात्राएं, प्रमुख दिन और मेले की जानकारी पर्यटकों को उपलब्ध कराने और धार्मिक और संस्कृतिक थीम आधारित बोर्ड गेम्स आदि विकसित कर जिले के हेरिटेज की ब्रांडिंग करने पर भी विस्तृत चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

बैठक में जलवायु परिवर्तन का शहर के पेयजल प्रदाय पर प्रभाव और अल्टरनेट पेयजल प्रदाय व्यवस्था विकसित करने और जिले का हॉलिस्टिक विकास संस्कृतिक ,आध्यात्मिक ,धार्मिक और आर्थिक बिंदुओं का समावेश कर करने पर भी चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।