
अब माइक्रोचिप से होगी स्ट्रीट डॉग्स की वॉचिंग, बन रही है कार्ययोजना
भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब राजधानी में स्ट्रीट डॉग्स पर लगाम लगाने के लिये अब भोपाल नगर निगम ने स्ट्रीट डॉग्स पर लगाम कसने के लिए नया प्रयोग शुरू करने की तैयारी की है। इसके तहत नगर निगम भोपाल नसबंदी किए जाने के बाद डॉग्स की गर्दन में माइक्रोचिप लगाएगा। इससे स्ट्रीट डॉग के स्टरलाइजेशन में लापरवाही बरतने वाली संस्थाओं पर नकेल कसी जा सकेगी । इसके साथ ही उनके लिये कहां कहां पर शेल्टर होम बनाए जाएं इसकी भी जगह तलाशी जा रही है।
एक क्लिक पर मिलेगी पूरी जानकारी
इस माइक्रो चिप में डॉग की यूनिक आइडी सहित उसका पूरा बायोडेटा होता है। भोपाल नगर निगम के डा. पी. सिंह के अनुसार यह एक अच्छा प्रयोग होगा और उससे उनकी पूरी जानकारी और डेटा भी संग्रहित होगा। स्ट्रीट डॉग्स के गले में माइक्रोचिप लगने के बाद एक क्लिक से यह पता चलता है कि डॉग का स्टरलाइजेशन किस संस्था ने कब किया। इसका वैक्सीनेशन कब किया गया। डॉग की यूनिक आईडी वाली माइक्रोचिप डॉग के गर्दन में पीछे लगती है। स्ट्रीट डॉगी की नसबंदी में लापरवाही रोकने के लिए माइक्रोचिप लगाई जाएगी।
पिछले साल हुई 22 हजार डॉग्स की नसबंदी
नगर निगम भोपाल के अनुसार भोपाल प्रदेश का पहला जिला है, जिसने डॉग बाइट की घटनाओं को रोकने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। कार्ययोजना के तहत जनवरी 2024 से जून 2025 तक हर माह डॉग बाइट की घटनाओं की रिपोर्ट पेश की गई थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी में हर साल 22 हजार डॉग्स नसबंदी की गई है। अब इसको बढ़ाने के लिये एबीसी सेंटर भी बढ़ाने के लिये प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया है।





