
RGVP BHOPAL के कुलपति प्रो. राजीव त्रिपाठी ने इस्तीफा दिया
BHOPAL: मध्य प्रदेश के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय RGVP भोपाल के Vice Chancellor Prof. Rajeev Tripathi ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। यह इस्तीफा उसी समय आया है जब विश्वविद्यालय NAAC (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) की स्व-निययन रिपोर्ट (Self-Study Report, SSR) को लेकर बड़े विवादों में घिरा हुआ है।

▫️त्रिपाठी ने अपने त्यागपत्र पत्र में स्पष्ट किया है कि वह तुरंत प्रभाव से या कुलाधिपति द्वारा उचित समझे जाने पर इस्तीफा देना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि व्यक्तिगत कारणों के चलते यह समय नया नेतृत्व चुनने का उपयुक्त वक्त है, ताकि विश्वविद्यालय का विज़न और आगे बढ़ सके।
▫️उनके अनुसार, अपने कार्यकाल में उन्होंने आरजीपीवी में शैक्षणिक उत्कृष्टता, पारदर्शिता और नवाचार – ये तीन स्तंभ बनाए रखने का प्रयास किया। उन्होंने कुलाधिपति, विश्वविद्यालय के संकाय, कर्मचारियों और सभी हितधारकों को उनके समर्थन और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है।
▫️इस इस्तीफे की पृष्ठभूमि उस विवाद में है जिसमें छात्र संगठन और अन्य पक्षों ने आरोप लगाया है कि RGPV की SSR रिपोर्ट में कई अनियमितताएं हैं। आरोप है कि रिपोर्ट में गलत या भ्रामक जानकारी दी गई, और उसे सार्वजनिक करने में देरी की गई। इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शनों और नारेबाज़ी के साथ राजनीतिक हस्तक्षेप की भी खबरें आई हैं।
▫️विश्वविद्यालय में इस प्रकार का तनाव अब प्रशासनिक क्रिया-कलापों और जांच की मांग में बदल गया है। यह देखना बाकी है कि कुलाधिपति इस्तीफे को कब और कैसे स्वीकृत करेंगे, और विश्वविद्यालय के अगले नेतृत्व की नियुक्ति की प्रक्रिया कैसी होगी।
📍इस पूरे घटनाक्रम का नतीजा यह हो सकता है कि RGPV में अकादमिक शासन, जिम्मेदारी और ग्रेडिंग की पारदर्शिता पर गहरी बहस छिड़ जाए। नए कुलपति के चयन और SSR रिपोर्ट की स्वतंत्र जांच शायद विश्वविद्यालय के भविष्य और उसकी प्रतिष्ठा के लिए निर्णायक होगी।





