Scindia At Samidha : ज्योतिरादित्य सिंधिया आखिर क्यों पहुंचे संघ कार्यालय ‘समिधा’

1923

Bhopal : राज्यसभा सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) गुरुवार को दूसरी बार मध्य प्रदेश के आरएसएस मुख्यालय ‘समिधा’ (RSS Office Samidha) पहुंचे और पदाधिकारियों से मुलाकात की। ये दूसरा मौका है, जब सिंधिया ‘समिधा’ पहुंचे हैं। इससे पहले वे 30 सितम्बर 2020 को भी ‘समिधा’ गए थे।

कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की कार्यशैली पूरी तरह बदल गई! उन्होंने भाजपा को पूरी तरह आत्मसात कर लिया है। संघ से उनकी नजदीकी भी बढ़ने लगी है।

सिंधिया के ‘समिधा’ जाने को जैन मुनि के उस आशीर्वाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें उन्हें मुख्यमंत्री बनने की बात कही गई थी। दो दिन पहले ग्वालियर (Gwalior) में जैन संत मुनि विहर्ष सागर महाराज ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था। पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में पहुंचे सिंधिया को मुनि विहर्ष सागर ने कहा ‘हो सकता है कुछ दिन बाद सिंधिया जी को आप मुख्यमंत्री के रूप में देखें!’ उनके यह बोलते ही वहां सिंधिया समर्थकों ने जयकारे लगाने शुरू कर दिए थे।

सिंधिया पिछले दिनों नागपुर के संघ मुख्यालय (Sangh Headquarters of Nagpur) भी पहुंचे, जहाँ उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। उनके नागपुर दौरे को भाजपा और उनके समर्थकों ने सामान्य बताया था, पर राजनीति में कुछ भी सामान्य जैसी बात नहीं होती। भाजपा नेताओं को संघ मुख्यालय का आशीर्वाद मिलना जरूरी समझा जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं चाहते कि वे परिपूर्ण भाजपा नेता बनने में कहीं भी पिछड़ें!

संघ की कार्यशैली के अनुरूप ही आजकल सिंधिया ने भी अपने आपको बदल लिया है। वे पार्टी और समाज के लोगों के सुख-दुख में साथ खड़े नजर आते हैं। यदि कहीं वे समय पर नहीं जा पाते, तो बाद में बैठने जरुर जाते हैं। वही कार्यशैली और परंपरा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी आत्मसात कर ली है।

लोकसभा में भी जब उन्हें महाराज कहकर संबोधित किया था तो उन्होंने स्पष्ट किया था कि वे ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। जाहिर है वे अपनी कार्यप्रणाली में आम आदमी के रूप में अपनी छवि गढ़ने के सभी संभव प्रयास कर रहे हैं।