
IPS Promotion: SPS के 4 अफसरों को होगा IPS अवार्ड, मीणा का लिफाफा बंद
भोपाल: जाति प्रमाणपत्र के लिए बारह सितंबर को हुई डीपीसी में बाहर हुए राज्य पुलिस सेवा के अफसर अमृतलाल मीणा के नाम पर इस बार विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में विचार के बाद उनकी पदोन्नति की सिफारिश को लिफाफा बंद किया गया है। जबकि राज्य पुलिस सेवा के शेष चार अफसरों को IPS बनाने के प्रस्ताव पर समिति ने स्वीकृति दे दी है।
राज्य पुलिस सेवा के पांच अफसरों को भारतीय पुलिस सेवा में पदोन्नत करने के लिए दिल्ली में संघ लोक सेवा आयोग ने विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक की। इस बैठक में यूपीएससी मेंबर दास, मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव शिवशेखर शुक्ला, डीजीपी कैलाश मकवाना और दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शामिल हुए।
फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाने के मामले में उलझे 1997 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अफसर अमृतलाल मीणा पिछले बार बारह सितंबर को हुई डीपीसी में बाहर हो गए थे। छानबीन समिति ने अमृतलाल मीणा को सामान्य प्रशासन विभाग के नियमों का लाभ देते हुए उन्हें उनकी सेवा अवधि के आधार पर लाभान्वित करना फाइनल कर लिया है।
इसके बाद ही कल रिव्यू डीपीसी हुई। इस डीपीसी में राज्य पुलिस सेवा के 1997 बैच के तीन, 98 बैच के 12 अफसरों के नामों पर विचार किया गया। डीपीसी में अमृतलाल मीणा को आईपीएस अवार्ड करने के लिए एक पद आरक्षित रखते हुए उनका लिफाफा बंद किया गया।
वहीं चार अफसरों को आईपीएस अवार्ड करने का निर्णय लिया गया। इसमें 1997 बैच के एसपीएस अफसर विक्रांत मुराब और 1998 बैच के एसपीएस अफसर सुरेन्द्र जैन, आशीष खरे और राजेश रघुवंशी को पदोन्नत करते हुए आईपीएस अवार्ड करने का निर्णय लिया गया। डीपीसी समिति की अनुशंसा पर यूपीएससी जल्द ही पदोन्नत हुए चार अफसरों को आईपीएस अवार्ड करने की अधिसूचना जारी करेगा।





