पार्श्वगायक अनिल श्रीवास्तव की आवाज के जादू ने बिखेरा जलवा

वृद्धजन, आश्रय गृह की महिलाएँ, बालगृह की बेटियाँ और दिव्यांगजन थिरकने लगे मंच पर  गुरु प्रताप गौतम मुनि जैन सेवा संस्थान की मानवीय संवेदनशील पहल - वंचित समाज को मिला वरिष्ठ जनों का साथ 

375

पार्श्वगायक अनिल श्रीवास्तव की आवाज के जादू ने बिखेरा जलवा

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट 

मंदसौर । स्वर और संगीत की ये बानगी ऐसी थी कि जो पैर पैदाइशी डिसेबल थे, वे ऐसे झूमने ओर थिरकने लगे कि कुशाभाऊ ठाकरे आडिटोरियम मे बैठे अतिथियों की आत्मा के तारों को झनझनाने लगे… उन्हें खुशी मिली इतनी कि मन में ना समाई ओर फिर बरबस ही उनके कदम चल दिए मंच की ओर.. अन्दर की कला मानो बाहर आने को मचल उठी…। जो आंखे हमेशा बस एक ही जैसा परिवेश देख, देख के पथरा सी गई थी, आज उन आंखों में खुशी भरी चमक थी। एक कलाकार ने उन्हें वो खुशी दी जो उन्हें पहले कभी नहीं मिली..।

IMG 20251125 WA0090

शहर में ये नजारा पहली बार देखा गया। यह एक अभिनव पहल समाज को विशेष संदेश दे गई । कॉलेज के कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में सोमवार की शाम, ऐसी यादें छोड़ गई जो कभी भुलाए ना भूलेगी। प्रसंग था प्रख्यात गायक अनिल श्रीवास्तव की सुरमयी सुहानी शाम का… जिसका आयोजन किया गुरु प्रताप गौतम मुनि सेवा संस्थान ने। संस्था का सोच यह था कि वह वंचित वर्ग जिनका सहयोग तो सभी करते हैं लेकिन वो नैसर्गिक खुशी जो उन्हें मिलना चाहिए वह नहीं मिलती और यही खुशी उनके चेहरों पर देखना थी।

एक दिन पहले पशुपतिनाथ मेले के सांस्कृतिक मंच पर अमर गायक किशोर कुमार के स्वरों को हूबहू अपनी आवाज से गाने वाले अनिल श्रीवास्तव से संस्था के अध्यक्ष मनीष मारू, पाताल लोक के संपादक ईश्वर रामचंदानी ओर डॉ. योगेंद्र कोठारी ने यह चर्चा की कि आप एक दिन और मंदसौर रुक जाएं, अनुयोग हॉस्पिटल की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर अंजू कोठारी ने विशेष अनुरोध किया कि एक शाम आपकी हमारे शहर के उन लोगों के नाम हो जाए जो कभी किसी समारोह में सबसे आगे कुर्सियों पर बैठे नहीं दिखते जो हमेशा सहानुभूति के पात्र ही माने जाते हैं लेकिन उन्हें सहज खुशी देने का कोई प्रसंग नहीं होता, तो क्यों ना हम इन्हें वे खुशियां देवें, अनिल श्रीवास्तव तो स्वयं एक बहुत ही संवेदनशील कलाकार हैं उन्होंने तत्काल स्वीकृति दी और सोमवार की शाम कुशा भाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में जम गई वह सुरीली सुहानी शाम।

IMG 20251125 WA0089

दर्शक दीर्घा में बैठे वृद्ध आश्रम के वृद्धजन, महिला आश्रय गृह की महिलाएं बालगृह अपना घर की बेटियां , दिव्यांग ओर मूक बधीर बच्चे घुमंतू समुदाय के युवक और मजदूर वर्ग ये सभी अनिल श्रीवास्तव के मशहूर ओर मधुर गीतों के रस में आनन्द विभोर हो गए। किशोर दा का उन्होंने यह गीत सबसे पहले गया आ ले के तुझे चलें ऐसे गगन के तले.. फिर गाया..जिंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है.. इन गीतों ने समां बांध दिया और…जिंदगी एक सफर है सुहाना… इस गीत पर तो वे अपने कदम रोक ना सके और दर्शक दीर्घा बैठे ये बच्चे, महिलाएं दिव्यांग वृद्धजन मंच पर पहुंचकर अनिल श्रीवास्तव के साथ नाचने लगे, गाने लगे..यह दृश्य बड़ा ही भावुक ओर रोमांचक था। क्योंकि नगर में पहली बार ही यह सब देख जा रहा था। पल पल दिल के पास…ओर…रुक जाना नहीं तू कहीं हार के… इन गीतों मंत्रमुग्ध कर दिया।

IMG 20251125 WA0087

मंच पर अतिथि के रूप में लोकसभा सांसद सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, प्रवासी समुदाय मालवा प्रांत के प्रमुख रवि प्रताप सिंह बुंदेला आसीन थे। श्री जैन दिवाकर गुरु गौतम मुनि सेवा संस्थान के संरक्षक अशोक मारू, दैनिक पाताल लोक के संस्थापक मोहन रामचंदानी, जैन समाज के वरिष्ठ बलवंत सिंह कोठारी और कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी मंचासीन थे।अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रचलित कर समारोह का शुभारंभ किया।

श्री अनिल श्रीवास्तव तथा समस्त अतिथियों का स्वागत संस्था अध्यक्ष मनीष मारू, पाताल लोक के संपादक ईश्वर रामचंदानी, उद्योगपति विशाल गोयल, डॉक्टर योगेंद्र कोठारी, , अशोक झेलावत, हार्दिक मारू, जय मारू आदि ने किया।

मुम्बई के प्रख्यात पार्श्वगायक श्री अनिल श्रीवास्तव का सम्मान नगर के साहित्य और पत्रकारिता जगत से जुड़े मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन के जिला अध्यक्ष वेद मिश्रा तथा जन परिषद अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ. घनश्याम बटवाल, वैश्य समाज प्रमुख नरेंद्र अग्रवाल, लोकेश पालीवाल, महावीर जैन, नरेंद्र भावसार, नरेंद्र कुमार त्रिवेदी ने किया।

इस मौके पर जन परिषद मंदसौर चैप्टर अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल ने साहित्य संग्रह यथार्थ और प्रार्थना पुस्तिका आराधना भेंट की । गौतम मुनि जैन सेवा संस्थान द्वारा अनामिका जैन डॉ रविन्द्र पाण्डेय अपना घर प्रभारी वृद्धाश्रम प्रभारी सहित सेवा संस्थान प्रतिनिधियों को सम्मानित किया ।

समारोह में विशाल गोयल, गौरव अग्रवाल, वीरेंद्र मारू, नरेंद्र अग्रवाल, महावीर जैन, लोकेश पालीवाल, डॉ रविंद्र पांडे अनामिका जैन प्रियंका राजोरा कृष्णा बैरागी, अंगूर बाला, श्रीमती ज्योति व्यास, कपिल भंडारी, करण परिहार,देवीलाल सोनार्थी, गोवर्धन सिंह हाड़ा, गौरव जोशी, जय मारू, प्रणय मारू, आदि उपस्थित थे। संचालन ब्रजेश जोशी ने किया आभार मनीष मारू ने माना, अंत में कलाकार अनिल श्रीवास्तव ने प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर ..कभी अलविदा ना कहना गीत प्रस्तुत किया। सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

यह कहा मुख्य अतिथियों ने

सांसद सुधीर गुप्ता ने अपने उद्बोधन ने कहा कि इस आयोजन में सम्मिलित होकर मैं बहुत भावुक हूं, आज जिन चेहरों को वास्तविक खुशी मिलनी चाहिए थी, वह मिली है और हम सभी आनंदित हैं। राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि श्री जैन दिवाकर गुरु गौतम मुनि सेवा संस्थान ने आज सेवा का वह सोपान प्रस्तुत किया है जो पहले कभी नहीं देखा गया, यह आयोजन सभी के मानस पटल पर सदा अंकित रहेगा।श्री रवि प्रताप सिंह बुंदेला ने कहा कि इन वंचित वर्गों के पूर्वजों ने ही अपने प्राणों का बलिदान देकर देश को स्वतंत्रता दिलाई है। हमें इनके उत्थान के लिए कोई प्रयास नहीं छोडऩे चाहिए। आरंभ में स्वागत उद्बोधन संस्था के संरक्षक अशोक मारू ने दिया और संस्था की सेवा गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।