
पुलिस में उच्च पदों पर अगले साल फिर होगी IPS अधिकारियों की कमी, 2 बनेंगे IG तो 5 हो जाएंगे रिटायर
भोपाल. प्रदेश में उच्च पदों पर IPS अफसरों की कमी वर्ष 2026 में और बढ़ जाएगी। प्रदेश में जहां अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रेंक के अफसरों की लगातार कमी होती जा रही है, वहीं पुलिस महानिरीक्षक (IG) के पद पर भी अब फिर से कमी होगी। आगामी वर्ष में जहां दो IPS अफसर IG बनेंगे और एक अफसर आईजी से एडीजी के पद पर पदोन्नत होंगे। दरअसल वर्ष 2026 में एडीजी,आईजी और पुलिस महानिदेशक (डीजी) रैंक के कई अधिकारी सेवानिवृत्ति की आयु पर पहुंच रहे हैं, जिससे वरिष्ठ पदों पर रिक्तियों की संख्या और बढ़ जाएगी।
नए साल की शुरूआत में ही पदोन्नतियों का असर दिखेगा। एक जनवरी 2026 को जहां आईजी जबलपुर प्रमोद वर्मा एडीजी बनेंगे। वहीं वर्ष 2008 बैच के आईपीएस अफसर शियाज ए और ललित शाक्यवार पदोन्नत होकर आईजी बन जाएंगे।
जबकि पांच आईजी इस वर्ष रिटायर होंगे। फरवरी में आईजी अंशुमान सिंह रिटायर होंगे, उनके बाद मार्च में आईजी सागर हिमानी खन्ना सेवा निवृत्त होंगी। जून में आईजी प्लानिंग संजय तिवारी, जुलाई में ग्वालियर आईजी अरविंद सक्सेना और अगस्त में आईजी नर्मदापुरम मिथलेश शुक्ला के रिटायरमेंट के साथ पुलिस महानिरीक्षक रैंक में पांच अफसर सेवानिवृत्त हो जाएंगे। जबकि पदोन्नत होकर आईजी सिर्फ दो ही अफसर बन सकेंगे और एक आईजी एडीजी हो जाएंगे। ऐसे में IG रेंक के चार अफसरों की कमी आगामी वर्ष में रहेगी।
उधर, वर्ष 2026 के जून में स्पेशल डीजी संजीव शमी रिटायर होंगे। इनके बाद अगस्त में पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयनमेन अजय शर्मा और नवंबर में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना सेवा निवृत्त होंगे।
डीजी के इन पदों पर एडीजी रेंक के अफसरों को प्रमोशन दिया जाएगा। एडीजी आशुतोष राय को डीजी रैंक में पदोन्नत होंगे, लेकिन वे भी अगस्त 2026 में रिटायरमेंट पर पहुंंच जाएंगे। इनके बाद एडीजी प्रशिक्षण राजा बाबू और एडीजी डीपी गुप्ता स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नति पाएंगे।
वहीं एक माह बाद यानि इस वर्ष के 31 दिसंबर को स्पेशल डीजी सीआईडी पवन श्रीवास्तव के रिटायर होने पर अनंत कुमार सिंह स्पेशल डीजी बन सकते हैं। वे अभी प्रतिनियुक्ति पर हैं और उनका कार्यकाल दिसंबर में पूरा हो रहा है। वे जनवरी में प्रदेश वापस आ सकते हैं। वरिष्ठ स्तर पर तेजी से घटती अफसरों की संख्या को देखते हुए पुलिस मुख्यालय को आने वाले वर्ष में कार्य विभाजन, नए प्रभार, पदस्थापना परिवर्तनों को संतुलित करने की आवश्यकता पड़ेगी।





