
Crowd Overflows For Gau Service : जीवदया हृदय की पवित्रता का मार्ग, मुक्ति का सेतु, गौ-सेवा कार्यक्रम में उमड़ा जनसैलाब!
Jaora : श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति द्वारा संचालित जीव दया योजना के अंतर्गत रविवार को गौमाता के स्वामी वात्सल्य कार्यक्रम में करुणा, संवेदना और सेवा का अनूठा समागम देखने को मिला। मुंबई से पधारी श्रीमती खुशबू वरुण दंड ने गौसेवा में सम्मिलित होकर कहा- “जीव दया सिर्फ व्यवहार नहीं, यह एक भाव है जो हृदय को पवित्र बनाता है।” उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जीवों के प्रति संवेदना रखता है, वहीं सच्चे अर्थों में मनुष्य कहलाता है।

खुशबू दंड ने जावरा पहुंचने पर प्राप्त आत्मीय स्वागत से अभिभूत होते हुए कहा कि भविष्य में भी वह जीव दया योजना के कार्यों में अपनी सक्रिय सहभागिता अवश्य निभाएंगी। संस्था अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी अभय सुराणा ने कहा कि जीव दया मानवता का सर्वोच्च गुण है और “दया का मार्ग ही मुक्ति का मार्ग है।” उन्होंने बताया कि सर्दी के मौसम में गौमाता को नियमित गोग्रास, ताज़ी सब्जियां, गुड़, चारा और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाएगा।
अतिथियों का सम्मान, जन्मदिन उत्सव और सेवा-भावना!
कार्यक्रम में लाभार्थी परिवार खुशबू वरुण दंड का स्वागत श्रीमती रेखा सुराणा और श्रीमती प्रविशा ने मोतियों की माला एवं शाल ओढ़ाकर किया। इसी दौरान समिति के सक्रिय सदस्य हेमंत जैन और महेंद्र कोलन का जन्मदिन भी मनाया गया तथा शुभकामनाएं दी गईं। स्वागत की जिम्मेदारी सचिव राजकुमार हरण, जन्मदिन समिति संयोजक नेमीचंद जैन एवं सहसंयोजक राजेंद्र कोचर ने निभाई। गौ माता के लिए गोग्रास, गुड़, सब्जियां, कबूतरों के लिए अनाज, तथा कुत्तों के लिए बिस्कुट खिलाकर जीवदया का सजीव उदाहरण प्रस्तुत किया। स्वागत की जिम्मेदारी सचिव राजकुमार हरण, जन्मदिन समिति संयोजक नेमीचंद जैन एवं सह-संयोजक राजेंद्र कोचर ने निभाई।
सक्रिय सहभागिता!
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से समाजसेवी प्रकाशचंद संघवी, राजकुमार हरण, सुभाष डूंगरवाल, शेखर नाहर, अनिल धारीवाल, अशोक झामर, प्रकाशचंद पामेचा, शांतिलाल डांगी, संजय सुराणा, राजेंद्र कोचर, हेमंत जैन, महेंद्र कोलन, पुखराज पटवा, अभय सुराणा, ऋषभ छाजेड़ सहित अनेक सदस्य मौजूद रहें। साथ ही बाल सहभागिता में मास्टर अयांश सुराणा, प्रचेत दंड, अनाया, मयंक पटवा, अव्यान सुराणा, प्रवया जैन की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी एवं ऊर्जा से भर दिया। यह आयोजन न केवल जीवदया के प्रति समर्पित भाव को प्रकट करता हैं, बल्कि समाज में करुणा, सेवा और मानवीय मूल्यों के विस्तार का श्रेष्ठ उदाहरण भी प्रस्तुत करता हैं!संचालन पुखराज पटवा ने तथा आभार प्रदीप सेठिया ने माना।





