Indore : दस साल से फर्जी ऋण पुस्तिकाओं के जरिए कोर्ट से आरोपियों की जमानत (Bail of accused from court through fake loan books) करवाने वाले 4 आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से करीब एक हज़ार नकली खाली ऋण पुस्तिका, 80 जमानतदारों के नाम लिखी ऋण पुस्तिका, राजस्व अधिकारियों के नाम व पद की अलग अलग 20 जिलों की कार्यालीन रबर की सील बरामद की गई।
गिरोह का मुख्य सरगना करीब 10 साल से नकली जमानतदार (Fake surety for 10 years) न्यायालय में पेश करने का काम कर रहा हैं। इसके विरुद्ध शहर के थानों में इस बारे में प्रकरण दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि सिख मोहल्ला पर फर्जी जमानत देने के लिए 4 व्यक्ति घूम रहे हैं। इस पर क्राइम ब्रांच टीम ने घेराबंदी करके करण पिता दीपक चावडा, प्रकाश पिता बलवंत मालवीय, रमेश पिता स्व गंगाराम बोडना और कैलाश पिता बद्री प्रसाद प्रजापति को गिरफ्तार किया।
तलाशी लेने पर उनके कब्जे से करीब 1000 खाली ऋण पुस्तिकाएं, जमानतदारों के नाम लिखी करीब 80 ऋण पुस्तिका एवं विभिन्न जिलों के तहसीलदारों की कार्यालयीन रबर की मोहर करीब 80 तथा अन्य सामान जब्त कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की। पूछताछ में सरगना करण ने बताया कि वह प्रकाश चावड़ा का भतीजा हैं। अपने चाचा के साथ मिलकर वह नकली जमानतदार न्यायालय में पेश करता रहा है। करण का चाचा प्रकाश एमजी रोड थाने से फर्जी जमानतदार के मामले में पूर्व मे भी पकड़ा जा चुका है।
आरोपियों ने तहसील कार्यालय की भी कई प्रकार की रबर एवं स्टील की सील जैसे की तहसील धार जिला धार, तहसील महिदपुर जिला उज्जैन, तहसील टोंक खुर्द जिला देवास, तहसील देपालपुर जिला इंदौर, तहसील घटिया जिला उज्जैन, तहसील बोलाई जिला शाजापुर, तहसील अम्बेडकर नगर जिला इंदौर, तहसील तराना जिला उज्जैन, तहसील गुलाना जिला शाजापुर, तहसील हातोद जिला इंदौर, तहसील रतलाम जिला रतलाम, तहसील देवास जिला देवास, तहसील इंदौर जिला इंदौर, तहसील कन्नौद जिला देवास, तहसील सोनकच्छ जिला देवास, तहसील, नागदा जिला उज्जैन, तहसील उज्जैन जिला उज्जैन, तहसील महिदपुर जिला उज्जैन, तहसील सांवेर जिला इंदौर, तहसील महू जिला इंदौर, कार्यालय तहसीलदार महू जिला इंदौर की रबर की सीलें बनवा रखी है।