Dhar : इंदौर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के प्रयासों से अब राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इंदौर के खिलाड़ी खेलने लगे हैं। हम प्रयास कर रहे हैं कि अधिक से अधिक खिलाड़ी इंदौर के हो। यह सच है कि इंदौर क्रिकेट की बड़ी नर्सरी बनकर उभरी है। हमने छोटे-छोटे जिलों से खिलाड़ी चुनने का जो काम किया, वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इंदौर के क्रिकेट का भविष्य स्वर्णिम बनाएगा।
ये बात इंदौर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देवाशीष निलोसे ने धार में पत्रकारों से चर्चा में कही। डीआरपी लाईन में चल रहे डिसेंट क्रिकेट टूर्नामेंट के शुभारंभ करने धार आए थे। देवाशीष निलोसे ने कहा कि जिस तरह से आवेश खान और वेंकटेश अय्यर दो खिलाड़ी भारतीय टीम में आज खेल रहे हैं, वो उपलब्धि है। हमारा यही सपना है कि जब दो खिलाड़ी खेल सकते हैं, तो चार भी खेल सकते है।
जिस दिन चार खेलेंगे तो फिर छः भी खेलेंगे। वह समय भी आएगा जब आप देखेंगे कि इंदौर के साथ सभी डिवीजन के बच्चे हर कैटेगरी में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते दिखेंगे। हम इंदौर डिवीजन की बात करते है तो सारे डिस्ट्रिक्ट जितने भी इंदौर डिवीजन में आते है, सबका जिक्र है। इंदौर डिवीजन एक टूर्नामेंट सभी डिस्ट्रिक्ट को ऑर्गनाईजर करने के लिए करता है। हर कैटेगरी के टूर्नामेंट होते है और उसमें एक टीम जो बनती है उसमें जो इंदौर की टीम होती है उससे काम्पीट करती है। हमारा उद्देश्य है कि बेहतर आपर्चुनिटी का एक प्लेटफार्म मिले जहां डिस्ट्रिक्ट प्लेयर भी अच्छा खेल पाए।
एक प्रश्न के उत्तर में आपने कहा कि इंदौर में सबसे बडा प्लस यह है कि जितने भी डिस्ट्रिक्ट है उनके ज्यादा प्लेयर इंदौर में ही क्रिकेट खेल रहे है। इंदौर का क्लब क्रिकेट स्ट्रक्चर है।
क्रिकेट प्लेइंग सिटी की बात है, तो मुंबई हो, दिल्ली हो या चेन्नई हो! इन शहरों के आसपास की लीग का ही रिजल्ट है कि आज एमपी की टीम में 7-8 बच्चे इंदौर के आसपास के डिस्ट्रिक्ट के बच्चे है। जैसे अम्बालाल मेरे साथ बैठे हुए है। आज किसी भी इंटरनेशनल टीम में किसी इवेंट में दो प्लेयर का प्रजेंट करना किसी छोटी जगह से बहुत मायने रखता है। यह तभी संभव हो पाता है जब आप सुचारू रूप से खेल गतिविधियों को चलाते है।