
‘ये नौकरी में नहीं रहेगा, इसको तुरंत सस्पेंड करो,दतिया कलेक्टर ने पटवारी को किया सस्पेंड, बोले-नहीं चाहिए नेताओं के लिए काम करने वाले कर्मचारी
मध्य प्रदेश के दतिया जिले के कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े इन दिनों अपने कड़े प्रशासनिक तेवरों के कारण सुर्खियों में हैं। बुधवार को बसई कस्बे में आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर का रौद्र रूप देखने को मिला। ग्रामीणों द्वारा नाली पर अतिक्रमण और जलभराव की शिकायत पर जब पटवारी ने गोलमोल जवाब दिया, तो कलेक्टर ने उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का आदेश दे दिया।कलेक्टर ने तहसीलदार को भी चेतावनी दी कि यदि समस्या आज हल नहीं हुई, तो अगला नंबर उनका होगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रशासन को जनता के लिए काम करने वाले कर्मचारी चाहिए, नेताओं की जी-हजूरी करने वाले नहीं
दरअसल, दतिया कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े बुधवार को बसई कस्बे में ग्रामीणों की समस्याएं सुनने पहुंचे थे। यहाँ सैकड़ों ग्रामीण अपनी शिकायतें लेकर आए थे। इसी दौरान एक नाली निर्माण और उस पर हुए अवैध कब्जे का मामला सामने आया, नाली के मामले में कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जताई।
ग्रामीणों ने शिकायत की कि बसई की मुख्य सड़क पर बनी नाली तिरछी है और कुछ प्रभावशाली लोगों ने उस पर कब्जा करके मकान बना लिए हैं। इसके कारण पूरे इलाके में जलभराव रहता है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी पटवारी सतेंद्र शर्मा ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और हमेशा नाली को ‘तिरछी’ बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए जब कलेक्टर ने पटवारी से जवाब मांगा, तो पटवारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। कलेक्टर ने वहीं सबके सामने फटकार लगाते हुए कहा, “ये नौकरी में रहने लायक नहीं है, इसको तुरंत सस्पेंड करो।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इसकी जगह किसी ईमानदार कर्मचारी को लाएं और ध्यान रखें कि नया पटवारी नेताओं के इशारे पर नहीं बल्कि नियम और कानून के अनुसार काम करे।कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जताते हुए पटवारी से कहा- ”अगर पुलिसवाले बोल रहे हैं, सब लोग बोल रहे हैं कि नाली थी वहां और तुम बोल रहे हो कि नाली नहीं थी, नेताओं के लिए काम नहीं करते हम, जनता के लिए काम करते हैं, जनता के लिए काम करना चाहिए, तुम्हें समझ नहीं आता है, अब ऑर्डर जारी कर रहे हैं।कलेक्टर की नाराजगी केवल पटवारी तक सीमित नहीं रही। उन्होंने मौके पर मौजूद तहसीलदार को भी कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने आदेश दिया कि नाली की समस्या का निराकरण आज ही होना चाहिए। कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा, “अगर आज शाम तक समस्या हल नहीं हुई, तो तहसीलदार के निलंबन की फाइल भी तैयार कर दी जाएगी।”





