
CMHO Dr. Rajesh Atulkar पदभार ग्रहण करते ही एक्शन मोड में: जोबट सहित तीन स्वास्थ्य केदो का औचक निरीक्षण
▪️राजेश जयंत▪️
ALIRAJPUR: जनजातीय बहुल अलीराजपुर जिला वर्षों से शिक्षा की कमी, गरीबी और अंधविश्वास जैसी गहरी सामाजिक चुनौतियों से जूझता रहा है। इसका सीधा असर यहां की स्वास्थ्य स्थिति पर भी दिखाई देता है, जहां कुपोषण, मातृ मृत्यु, शिशु मृत्यु और समय पर इलाज न मिल पाना अब भी गंभीर समस्या बने हुए हैं। ऐसे हालात में जिले को नवागत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में डॉ. राजेश अतुलकर जैसा अनुभवी और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित चिकित्सक मिलना स्वास्थ्य विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है। अपने पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद ही डॉ. अतुलकर ने जोबट सहित तीन स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण कर यह स्पष्ट संकेत दिया कि अब स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और ढिलाई को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
▪️आकस्मिक निरीक्षण
▫️ CMHO पदभार ग्रहण करने के बाद डॉक्टर राजेश अतुलकर ने स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़ और जनहितकारी बनाने के उद्देश्य से शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोबट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खट्टाली एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उभलड का औचक निरीक्षण किया। बिना पूर्व सूचना किए गए इस निरीक्षण से स्वास्थ्य अमले में हलचल और सक्रियता देखने को मिली।
▪️ निरीक्षण, परीक्षण और संवाद
▫️निरीक्षण के दौरान CMHO ने यहां
लैब, मेटरनिटी वार्ड से लेकर एनआरसी तक हर व्यवस्था को बारीकी से देखा, जाना, परखा।पैथोलॉजी लैब, मेटरनिटी वार्ड, एक्स-रे यूनिट, एनआरसी, ओपीडी, दवा वितरण कक्ष, वार्डों की स्थिति, रिकॉर्ड संधारण और साफ-सफाई व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। उन्होंने मरीजों से सीधे संवाद कर इलाज की गुणवत्ता, दवाओं की उपलब्धता और स्टाफ के व्यवहार के बारे में जानकारी ली, ताकि जमीनी हकीकत सामने आ सके।

▪️गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों की सेवाओं पर विशेष फोकस
▫️मेटरनिटी वार्ड में डॉ. अतुलकर ने गर्भवती महिलाओं को दी जा रही सेवाओं, प्रसव कक्ष की व्यवस्थाओं, आवश्यक दवाइयों और उपकरणों की उपलब्धता की विस्तार से समीक्षा की। वहीं एनआरसी में भर्ती कुपोषित बच्चों के उपचार, पोषण आहार और देखरेख की स्थिति को गंभीरता से परखा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनजातीय क्षेत्रों में मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

▪️स्वास्थ्य अमले को सख्त निर्देश- लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त
▫️निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ ने स्वास्थ्य कर्मियों को समय पर उपस्थित रहने, मरीजों के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाने, साफ-सफाई बनाए रखने और शासन की स्वास्थ्य योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूरस्थ और आदिवासी अंचलों में रहने वाले लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देना विभाग की जिम्मेदारी है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
▪️ यह रहे मौजूद
▫️निरीक्षण के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पटेल, सीबीएमओ डॉ. विजय बघेल, डॉ. नरेंद्र मोरी, स्थापना शाखा के अधिकारी कर्मचारी तथा बीपीएम यूनिट के कर्मचारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने सीएमएचओ को स्टाफ की उपलब्धता, मरीजों की संख्या, चल रही स्वास्थ्य योजनाओं और स्वास्थ्य केंद्रों की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।

निरंतर मॉनिटरिंग का दिया भरोसा
निरीक्षण के अंत में सीएमएचओ डॉ. राजेश अतुलकर ने आवश्यक सुधारों को शीघ्र अमल में लाने के निर्देश देते हुए कहा कि निरंतर निरीक्षण और सख्त मॉनिटरिंग के माध्यम से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाएगा, ताकि अलीराजपुर के दूरस्थ और जनजातीय क्षेत्रों तक समय पर, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण इलाज सुनिश्चित किया जा सके।
▪️राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित Dr अतुलकर से जिले को बड़ी उम्मीदें
▫️डॉ. राजेश अतुलकर स्वास्थ्य विभाग में एक ख्यात नाम माने जाते हैं और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं। उनके अनुभव और कार्यशैली को देखते हुए स्वास्थ्य महकमे के साथ ही आमजन को भी उनसे बड़ी अपेक्षाएं हैं। यह माना जा रहा है कि वे अलीराजपुर जैसे पिछड़े और जनजातीय जिले में अपनी योग्यता और अनुभव के बल पर स्वास्थ्य सेवाओं की दशा और दिशा बदलने में कारगर साबित होंगे।





