
क्या भूपेश बघेल की गिरफ्तारी की तैयारी: सर्वे के दावे से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल
Raipur: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने अपनी संभावित गिरफ्तारी को लेकर गंभीर आशंका जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X पर लंबी पोस्ट लिखकर दावा किया कि उन्हें गिरफ्तार किए जाने से पहले पूरे प्रदेश में एक सर्वे कराया जा रहा है। इस दावे के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और कांग्रेस ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है।
▪️सर्वे के जरिए माहौल बनाने का आरोप
▫️भूपेश बघेल ने अपने पोस्ट में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि तमाम तरह के हथकंडे अपनाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और अब उनकी गिरफ्तारी को लेकर सर्वे कराया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि एक सर्वे एजेंसी की करीब 70 टीमें छत्तीसगढ़ के अलग अलग इलाकों में जाकर लोगों से यह पूछा जा रहा है कि क्या भूपेश बघेल को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री के अनुसार भिलाई में ऐसी ही एक टीम को उनके साथियों ने पकड़ा, जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ। उन्होंने कहा कि विधि सम्मत कार्रवाई करने के बजाय सर्वे कराना अपने आप में गंभीर सवाल खड़े करता है।
▪️भिलाई में सर्वे टीम को लेकर हंगामा
▫️भिलाई के सेक्टर 4 क्षेत्र में उस समय हंगामे की स्थिति बन गई जब कांग्रेस नेताओं ने एक सर्वे टीम को पकड़ लिया। बताया गया कि यह टीम गाजियाबाद की थी और ‘वाट्स इंडिया थिंक’ नामक कंपनी के लिए काम कर रही थी। टीम में छह लोग शामिल थे जो 24 सवालों के साथ घर घर जाकर सर्वे कर रहे थे।
सर्वे में राज्य सरकार की योजनाओं, पूर्व कांग्रेस सरकार के कथित शराब घोटाले, भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी और स्वयं भूपेश बघेल की संभावित गिरफ्तारी से जुड़े सवाल शामिल बताए गए हैं।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर और भिलाई के महापौर धीरज बाकलीवाल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता टीम को भठ्ठी थाना लेकर पहुंचे और मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर विरोध दर्ज कराया।
▪️आरोपों की पृष्ठभूमि और सियासी संदर्भ
▫️भूपेश बघेल पहले भी महादेव सट्टा ऐप मामले को लेकर आरोपों के घेरे में रह चुके हैं, हालांकि उन्होंने इन आरोपों को लगातार राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। हाल के दिनों में शराब घोटाले से जुड़े मामलों में प्रवर्तन एजेंसियों की सक्रियता और कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई के बीच बघेल का यह बयान आया है, जिससे सियासी माहौल और गरमा गया है।
अपने बयान में भूपेश बघेल ने कहा कि पहले महादेव सट्टा ऐप मामले में उन पर अनर्गल आरोप लगाए गए और अब शराब घोटाले में घसीटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जब पीएमओ से जुड़े अधिकारियों के सट्टेबाजी से जुड़े चर्चे सामने आए, तब ध्यान भटकाने के लिए नए आरोप गढ़े जा रहे हैं।
▪️कांग्रेस का पलटवार, डरने से इनकार
▫️भूपेश बघेल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने लिखा कि वे कांग्रेस के सिपाही हैं और चाहे जो हथकंडे अपनाए जाएं, छत्तीसगढ़ की जनता उनके और कांग्रेस के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कभी दबाव की परवाह नहीं की और आगे भी नहीं करेंगे।
फिलहाल भूपेश बघेल की गिरफ्तारी को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उनके बयान और भिलाई की घटना के बाद यह मुद्दा राज्य की राजनीति के केंद्र में आ गया है।
▪️आगे की राजनीति पर असर
▫️राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि सर्वे और जांच को लेकर विवाद और बढ़ता है तो इसका असर आने वाले समय में छत्तीसगढ़ की सियासत और विपक्षी एकजुटता पर पड़ सकता है। कांग्रेस इस पूरे घटनाक्रम को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करने की कोशिश बता रही है, जबकि भाजपा की ओर से अभी तक इस पर विस्तृत प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।





