अज्ञात जानवर के हमले में 4 वर्षीय मासूम की मौत:जंगल में पहाड़ी क्षेत्र से रात 11 बजे मिला शव

107

अज्ञात जानवर के हमले में 4 वर्षीय मासूम की मौत:जंगल में पहाड़ी क्षेत्र से रात 11 बजे मिला शव

ALIRAJPUR: आलीराजपुर जिले के बखतगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बिचोली के गोदवाणी फलिया में शनिवार शाम पिता की गोद से चार साल की बच्ची को उठाकर जंगल ले जाने वाले जंगली जानवर के हमले के बाद शुरू की गई सर्चिंग में दुखद खबर सामने आई। रात करीब 11 बजे सर्चिंग टीम ने जंगल के पहाड़ी क्षेत्र से मासूम बालिका का शव बरामद किया। इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत और शोक का माहौल है।

IMG 20251221 WA0000

🐾शाम से चल रहा था सर्च ऑपरेशन

▫️घटना शनिवार शाम करीब 7 बजे की है जब देवसिंह अपनी चार वर्षीय बेटी रक्षा को गोद में लेकर घर के बाहर खड़े थे। इसी दौरान जंगल की ओर से आए जंगली जानवर ने अचानक झपट्टा मारा और बच्ची को पकड़कर पहाड़ी रास्ते से जंगल की ओर ले गया। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों के साथ वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जंगल में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।

 

🐾पहाड़ी क्षेत्र से बरामद हुआ शव

▫️लगातार कई घंटों तक चले सर्च अभियान के बाद रात करीब 11 बजे जंगल के पहाड़ी क्षेत्र से बच्ची का शव बरामद किया गया। वन विभाग की टीम शव को लेकर गांव पहुंची। शव मिलने की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और पूरे फलिया में मातम छा गया।

 

🐾तेंदुए के हमले की आशंका

▫️वन विभाग के रेंजर तरुण अनिया ने बताया कि घटनास्थल और शव की स्थिति को देखते हुए यह आशंका है कि तेंदुए ने बच्ची को खींचकर जंगल में ले जाकर उसका शिकार किया। उन्होंने बताया कि बच्ची के शरीर के ऊपरी हिस्से को गंभीर रूप से क्षत विक्षप्त किया गया है। वन विभाग द्वारा क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है।

 

🐾पुलिस ने कायम किया मर्ग

▫️बखतगढ़ थाना पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है और आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में निगरानी कर रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।

🐾गांव में भय और आक्रोश

▫️इस हृदयविदारक घटना के बाद गोदवाणी फलिया में सन्नाटा पसरा हुआ है। महिलाएं और बुजुर्ग शोक में डूबे हैं और ग्रामीणों में जंगली जानवरों की मानव बस्ती में बढ़ती आवाजाही को लेकर भय व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से क्षेत्र में नियमित गश्त, पिंजरा लगाने और सुरक्षा के ठोस इंतजाम करने की मांग की है।