
मंदसौर जिले में सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस नहीं ली तो तहसीलदार ने आवेदक को भेजा जेल
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । जनता की शिकायत का त्वरित हल करने वाली सीएम हेल्पलाइन सेवा कभी-कभी जनता के लिए ही परेशानी का सबब कैसे बन जाती है? इसकी बानगी बुधवार को देखने को मिली। जहां सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत वापस न लेने पर तहसीलदार साहब इतना क्रोधित हो गए कि आवेदक को ही जेल भेज दिया। मामला जिले की सीतामऊ तहसील के कयामपुर का है
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिपलिया मंडी निवासी आश्मां बी पति वली मोहम्मद कुरेशी के पैतृक भूमि संबंधी बंटवारे का एक मामला पिछले ढाई वर्षो से कयामपुर के टप्पा तहसील न्यायालय में चल रहा था ।जिसमें पैतृक भूमि संबंधी बटवारा होना था, किंतु मामले में लगातार देर होती देख आश्मां बी ने 6 माह पहले सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत भी कर दी। बुधवार को जब तारीख लगी तब आश्मां बी अपने पुत्र शाहरुख उम्र (28) साल तथा भतीजे जुनैद (19) साल के साथ तहसीलदार कोर्ट में उपस्थित थी ।
जब उन्होंने तहसीलदार साहब से प्रार्थना की कि पिछले ढाई वर्षो से हमारे मामले का निपटारा नहीं हुआ तो साहब ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस ले लो तो अभी कर दूंगा। जब आश्मां बी ने काम हो जाने के बाद ही वापस लेने की बात की तो रेवेन्यू अधिकारी को यह नागवार गुजरा।अपना प्रभाव दिखाते हुए उन्होंने तुरंत फरमान सुनाते हुए आश्मां बी ,उनके बेटे शाहरुख और भतीजे के खिलाफ थाना नाहरगढ़ में अपराध कायमी करवा दी।जिसमें शासकीय कार्य में बाधा एवं स्वयं को जान से मारने की धमकी देने जैसी धाराएं शामिल है । पुलिस ने भी बी एन एस 132 ,351(3) , 3 (5) में तुरंत प्रकरण दर्ज कर लिया। थाने में भी आरोपी ठहराई गई आस्मां बी और उसके बेटे तहसीलदार साहब से गिड़गिड़ा कर माफी देने की गुहार लगाते रहे ,पर साहब टस से मस नहीं हुए। जाते-जाते वे दोनों लड़कों के मोबाइल भी यह कहते हुए साथ लेकर चले गए कि जब मर्जी होगी,तब दूंगा
। हालांकि उन्हें ऐसा करने का अधिकार किसने दिया? इस पर वे कुछ नहीं कह पाए । जान से मारने की धमकी देने के दोनों आरोपियों में से शाहरुख गाड़ियों को ठीक करने मैकेनिक का काम करता है, वही जुनैद पढ़ाई करता है।
मंदसौर जिले के टप्पा कयामपुर में पदस्थ राजस्व अधिकारी तहसीलदार रमेश मसारे ने इस बारे में कहा कि
” दोनों लड़के मेरा वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे थे,इसलिए मोबाइल जब्त किया है।”
प्राप्त जानकारी अनुसार प्रक्रिया उपरांत मोबाइल कथित आरोपी को दिए गए हैं जबकि सी एम हेल्पलाइन शिकायत पर कार्यवाही नहीं हुई है ओर आवेदक भटक रहे हैं आपराधिक प्रकरण अलग दर्ज़ हो गया है ।





