
यमराज बना ‘नशेड़ी’ ड्राइवर.. सतना-इंदौर बस के उड़े परखचे, मौत और यात्रियों के बीच दीवार बनकर मजबूत पेड़ ने बचाई दर्जनों जानें..
पन्ना: पन्ना में रफ्तार के जुनून और नशे की लत ने दर्जनों जिंदगियों को मौत के मुहाने पर खड़ा कर दिया। मामला नेशनल हाईवे 39 का है, जहाँ सतना से इंदौर जा रही एक स्लीपर बस सकरिया मोड़ के पास अचानक बेकाबू होकर जंगल में जा घुसी। गनीमत रही कि रास्ते में एक मजबूत पेड़ आ गया, जिसने मौत और यात्रियों के बीच दीवार बनकर सैकड़ों जान बचा लीं। वरना आज पन्ना के जंगलों से चीखें नहीं, लाशें निकलतीं।
यात्रियों का आरोप है कि बस का ड्राइवर शराब के नशे में पूरी तरह धुत था। उसे सवारियों की जान की फिक्र नहीं थी। बस में छात्र थे, कर्मचारी थे, जिन्हें कल इंदौर पहुंचना था, लेकिन ड्राइवर की एक लापरवाही ने उनके सपनों और सफर दोनों को लहूलुहान कर दिया। हादसे के बाद ड्राइवर मौके से रफूचक्कर हो गया। यात्रियों ने जब बस कंपनी के तथाकथित ‘हेल्पलाइन नंबर’ पर फोन किया, तो वहां से सिर्फ सन्नाटा मिला। मदद के नाम पर ठेंगा दिखा दिया गया। सूचना के करीब 40 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल घायलों को देवेंद्रनगर और पन्ना जिला अस्पताल भेजा गया है।
सवाल ये है कि क्या इन बस ऑपरेटरों को यात्रियों की जान की कोई कीमत नहीं ? आखिर नशेड़ी ड्राइवर के हाथ में स्टेयरिंग सौंपने वाली कंपनी पर कार्रवाई कब होगी ?





