Ujjain Mahakaleshwar Mandir news: बाबा महाकाल को बांधा सप्तधान्य एवं फूलों का सेहरा
उज्जैन । विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में महाशिवरात्रि महापर्व पर सतत जलधारा अर्पण होती है एवं अभिषेक पूजन अनुष्ठान किये जाते है, यह क्रम तड़के तक चलता रहा उसके पश्चात बाबा महाकाल का सप्तधान्य सेहरा श्रृंगार किया गया, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र, आदि से सज्जित बाबा महाकाल के सेहरा दर्शन दिन के बारह बजे तक होंगे उसके बाद वर्ष में एक बार दिन के बारह बजे होने वाली भस्मारती होगी। भस्मारती के लिए सुबह 10 बजे से 2 बजे तक आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहेगा ।
बाबा महाकाल से पहले कोटेश्वर महादेव को बंधा सप्तधान्य सेहरा
महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि महोत्सव के चलते मंदिर परिसर के कोटितीर्थ कुण्ड के घाट पर स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर में शासकीय पूजन किया गया एवं पूजन उपरान्त बाबा कोटेश्वर का सेहरा श्रृंगार कर आरती की गई । उपस्थित पुजारी पं. सोमेंद्र शर्मा गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि महाकाल मंदिर परिसर के कोटितीर्थ कुंड के घाट पर कोटेश्वर महादेव का मंदिर है इस मंदिर का विशेष महत्व है ।
शिवनावरात्री के दौरान सभी नौ दिवस सबसे पहले यही पर पूजन-अर्चन, अभिषेक एवं श्रृंगार किया जाता है उसके बाद ही बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन श्रृंगार होता है । यह परंपरा पीढियों से चली आई है । इसी परंपरा के प्रतिपालन में आज भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पहले कोटेश्वर महादेव का पूजन किया गया पश्चात सेहरा श्रृंगार कर आरती की गई ।