Gas production affected : 400 बसों में सीएनजी भरने का दावा, 20 पर सिमटा

10 दिन पहले ही किया था उदघाटन, दो मशीनों में खराबी आने से बनी स्थिति

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Indore : देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में 10 दिन पहले उद्घाटित बायो सीएनजी प्लांट से गैस का उत्पादन कुछ दिनों से प्रभावित (Gas production from Bio CNG plant affected for few days) हो गया। दो अत्याधुनिक फिल्टर मशीनों में आई खराबी के कारण यहां 400 के बजाए मात्र 20 बसों के लिए ही सीएनजी गैस तैयार (CNG gas ready for only 20 buses instead of 400) हो पा रही है। मशीन के पाटर्स उपलब्ध नहीं होने से यह स्थिति निर्मित हुई है।

प्लांट पर 60% गोबर और 40% गीले कचरे से बायो CNG उत्पादित की जा रही है। प्लांट की आधारशिला वर्ष 2019 में रखी गई थी। तब गैस के लिए दिल्ली से दो 100-100 टन की एक्सो कंपनी दिल्ली की फिल्टर मशीन मंगाई गई थी। इन मशीनों को साढ़े तीन लाख में क्रय किया गया था। मशीनों से 27 फरवरी तक लगातार गीला कचरा और गोबर को फिल्टर किया जा रहा है। प्रतिदिन 14 से 16 घंटे तक मशीन चलाई जाती है।

28 फरवरी को अचानक मशीन का एक पार्ट्स टूट गया। जब इंजीनियर को मशीन संधारण के लिए बुलाया तो उसने पार्टस बदलने की बात कही। उक्त कंपनी घाटे में चलने के कारण जनवरी माह में बंद हो गई। इससे मशीन के पार्टस नहीं मिल रहे हैं। यहां चार फिल्टर मशीन लगाई गई है। दो मशीनों से अभी गैस कम उत्पादित होने से बसों की आवश्यकतानुसार पूर्ति नहीं हो रही है।

एलवीन कंपनी (दिल्ली) के डाइरेक्टर के चैतन्य  कि मशीन के पार्टस के लिए लगातार प्रयासरत हैं। अन्य राज्यों से पार्टस मंगाने की व्यवस्था की जा रही है। 4 मार्च तक निर्धारित मात्रा में गैस तैयार करना शुरू कर देंगे। मशीन पुरानी होने से गड़बड़ी आई थी।

ट्रेंचिंग ग्राउंड के प्रभारी भरतसिंह चौहान ने जानकारी दी कि यहां रोजाना 300-350 बसें गैस भराने आती है, लेकिन गैस कम तैयार होने से उन्हें रवाना कर दिया जाता है। मशीन के पार्टस नहीं मिले तो दूसरी मशीन इंस्टाल कराई जाएगी।