Ujjain News: दो वर्ष के अंतराल के बाद पुनः 25 अप्रैल से होगी पंचक्रोशी यात्रा

118 कि.मी. की पंचक्रोशी यात्रा के लिए तैयारियां प्रारंभ

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उज्जैन । कोरोना महामारी के कारण विगत दो वर्षों के अंतराल के बाद जिले में अब इस वर्ष 25 से 29 अप्रैल तक आयोजित होने वाली पंचक्रोशी यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा यात्रा व्यवस्थाओं एवं यात्रियों के लिये दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की गई ।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस बार प्रत्येक पड़ाव स्थल पर एक के स्थान पर दो ठण्डे पानी के टैंकर की व्यवस्था उज्जैन दुग्ध संघ द्वारा की जायेगी। साथ ही प्रत्येक पड़ाव स्थल पर स्वास्थ्य विभाग को 10 के स्थान पर 20 बिस्तर वाला अस्पताल तैयार करने व पर्याप्त मात्रा में मलहम आदि दवाइयों की उपलब्धता बनाये रखने के लिये कहा है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अंकिता धाकरे, नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एडीएम संतोष टैगोर, यूडीए सीईओ एसएस रावत, एसडीएम गोविन्द दुबे एवं वीरेन्द्र सिंह दांगी और विभिन्न विभागों के विभाग प्रमुख तथा पंचक्रोशी यात्रा से सम्बन्धित जनपद पंचायत के सीईओ एवं सरपंच एवं सचिव मौजूद थे।

पंचक्रोशी यात्रा के लिये जिला पंचायत द्वारा विभिन्न पड़ाव एवं उप पड़ावों पर टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था की जायेगी। इस बार सात पड़ाव एवं उप पड़ाव पर पर्याप्त मात्रा में टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था की जायेगी।

कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि लोक निर्माण विभाग समस्त पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल का समतलीकरण करेगा तथा पंचक्रोशी मार्ग का संधारण करेगा, मन्दिर में आने-जाने हेतु बैरिकेटिंग की व्यवस्था करेगा, यात्रा मार्ग में आने वाली पुल-पुलियाओं पर रैलिंग लगाने का कार्य करेगा। इसी के साथ पिंगलेश्वर रेलवे पुलिया के नीचे मुरम डालकर रोलिंग का कार्य एवं आपात स्थिति में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। इसी के साथ अष्टतीर्थ मार्ग का संधारण, जैथल से उंडासा जाने वाले मार्ग पर डिवाइडर लगाने का कार्य भी लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यांत्रिकी प्रभाग को पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल पर स्ट्रीट लाईट चालू करने का जिम्मा सौंपा गया है।

पेयजल एवं स्नान की व्यवस्था

कलेक्टर ने पंचक्रोशी यात्रा के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु 52 स्थाई एवं अस्थाई टंकियां रखने, नल जल योजनाओं को चालू करने एवं प्रत्येक 500 मीटर पर पेयजल उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही पड़ाव एवं उप पड़ाव स्थल एवं यात्रा मार्ग में आवश्यक स्थान पर स्नान हेतु फव्वारे लगाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में निर्मित प्लेटफार्म्स का संधारण करने तथा स्नान स्थल के आसपास काली चूरी एवं पानी की निकासी करने के निर्देश भी दिये हैं।

कलेक्टर ने मप्रपक्षे विद्युत वितरण कंपनी को प्रत्येक पड़ाव पर यात्रा मार्ग में विद्युत सप्लाई हेतु ट्रांसफार्मर लगाने एवं उनके संधारण का कार्य करने को कहा है। प्रत्येक पड़ाव एवं उप पड़ाव पर प्रकाश व्यवस्था के लिये अस्थाई कनेक्शन उपलब्ध कराने, ऑटोमैटिक जनरेटर की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये हैं।

कलेक्टर ने शनि मन्दिर तथा नागचंद्रेश्वर मन्दिर की समस्त व्यवस्थाएं नगर निगम उज्जैन को सौंपी हैं। वन विभाग को निर्देशित किया है कि वह यात्रा के पूर्व एवं यात्रा के दौरान सभी पड़ावों पर मधुमक्खी के छत्ते हटवाये, साथ ही इन स्थलों पर सांप, बिच्छू आदि विषैले जन्तुओं को पकड़ने के लिये कर्मचारी तैनात करे। उज्जैन विकास प्राधिकरण को यात्रा मार्ग में आने वाले मन्दिरों के संधारण का कार्य सौंपा गया है। लोक निर्माण विभाग को कालियादेह पैलेस पर स्थित गहरे कुण्डों में बैरिकेटिंग लगाने एवं गहराई में न उतरने के संकेतक लगाने के निर्देश दिये हैं।

कलेक्टर ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को प्रत्येक पड़ाव स्थल पर आवश्यक उचित मूल्य की दुकानें लगाने तथा यात्रापूर्व पर्याप्त खाद्य सामग्री का भण्डारण करने के लिये कहा है। साथ ही विभागीय अधिकारियों को निरन्तर भ्रमण कर अमानक खाद्य सामग्री का विक्रय रोकने का कार्य भी सौंपा गया है।