*छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट*
छतरपुर: उप्र की तर्ज पर अब मप्र के छतरपुर जिले में भी पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा द्वारा गुण्डों और बदमाशों के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत गुण्डे पुलिस से माफी मांगते हुए भविष्य में अपराध न करने का बॉण्ड भरकर दे रहे हैं।
मंगलवार को छतरपुर के बाजारों से जब गुण्डों की बारात निकली तो लोग चौंक गए। दरअसल पहली बार इतनी बड़ी संख्या में शहर में गुण्डों की परेड कराई गई थी। कोतवाली से लगभग 35 निगरानी बदमाश और विभिन्न अपराधों में संलिप्त गुण्डे अपने हाथों में तख्तियां लेकर बाजार से निकलकर एसपी ऑफिस पहुंचे।
यहां पर पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने अपराधियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आगे से वे किसी अपराध में लिप्त पाए जाते हैं तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
● *ऑपरेशन प्रहार के तहत निकाला गया गुण्डों का जुलूस..*
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के निर्देश पर ऑपरेशन प्रहार के तहत सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अनूप यादव द्वारा गुण्डों का सबसे बड़ा जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में पिछले पांच सालों से हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, चोरी सहित अन्य अपराधों में सजायाफ्ता अपराधी शामिल थे।
थाना प्रभारी द्वारा इस तरह के लगभग 35 अपराधियों को थाने में बुलाकर इनका डेटा एकत्रित किया गया और सख्त लहजे में चेतावनी दी गई कि आगे से अगर वे किसी अपराध में लिप्त पाए जाते हैं तो उनकी खैर नहीं।
● *अपराध करना पाप है, अब मैं अपराध नहीं करूंगा..*
सिटी कोतवाली से निकाले गए गुण्डों के जुलूस में हर गुण्डे के हाथ में एक तख्ती थी जिसमें साफतौर लिखा था कि अपराध करना पाप है, अब मैं अपराध नहीं करूंगा। हाथों में तख्तियां लेकर सारे अपराधी कोतवाली से निकलकर महल तिराहा, छत्रसाल चौराहा होते हुए एसपी ऑफिस पहुंचे।
यहां पर एसपी सचिन शर्मा ने अपराधियों की जमकर क्लास लेते हुए उन्हें सख्त हिदायत दी कि अगर आगे से वे किसी भी अपराध में लिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
● *पुलिस ने बनाई अपराधियों की कुण्डली..*
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर लाए गए सभी अपराधियों की एक कुण्डली तैयार की गई है जिसमें लगभग 42 फील्ड की जानकारी भरकर सुरक्षित रखी गई है। विशेष तौर पर लूट के आरोपियों का एक डोजियर तैयार किया गया है जिसमें उनके परिवार, रिश्तेदार तथा बैंक डिटेल आदि की जानकारी भी संलग्र है। अब इस तरह के अपराधी अगर किसी भी नए अपराध में संलग्र पाए जाएंगे तो पुलिस द्वारा उन पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऐसे अपराधियों को हर माह की एक निश्चित तारीख में संबंधित थाने में आकर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी जिससे कि उनकी लोकेशन की जानकारी लगातार अपडेट होती रहे और अपराधों पर अंकुश लग सके।