नई दिल्ली: आपात स्थितियों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में नई स्मार्टफोन आधारित पोर्टेबल ऑक्सीजन किट काफी मददगार साबित हो सकती है।
देखरेख और परिवहन में आसान, मल्टी-मोडल, स्मार्टफोन-आधारित, फील्ड- पोर्टेबल ऑक्सीजन किट अब हाल ही में कोविड-19 महामारी और अन्य आपदाओं जैसे चिकित्सा आपात स्थिति और अत्यधिक ऊंचाई जैसी स्थितियों से जुडी समस्याओं के दौरान समाज के विभिन्न वर्गों को लगातार एवं लागत प्रभावी ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकती है।
फील्ड-पोर्टेबल स्मार्ट बैग पैक इमरजेंसी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ऑक्सीजन प्लस को जीआरएस इंडिया द्वारा डिजाइन किया गया था जो भारत सरकार के उद्योग सम्वर्धन और आंतरिक व्यापार (डीआईपीपी) से मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप है और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक स्वायत्त संगठन नॉर्थ ईस्ट सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एप्लीकेशन एंड रीच (एनईसीटीएआर) के समर्थन से पूर्वोत्तर के पहाड़ी इलाकों में आसान परिवहन के लिए उपयुक्त उत्पाद का निर्माण पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में किया जाएगा। इसके लिए पेटेंट आवेदन करने की प्रक्रिया चल रही है।
हाल की महामारी के दौरान सांस फूलने से पीड़ित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करना एक बड़ी चुनौती बन गयी थी। सामुदायिक आउटरीच में फुफ्फुसीय (पल्मोनरी), श्वसन (रेस्पिरट्री) और आघात (ट्रॉमा) के रोगियों के लिए पारंपरिक रूप से ऑक्सीजन सहायता की तकनीकें समय लेने वाली और महंगी होने के साथ-साथ आवश्यक परिष्कृत उपकरण और प्रक्रियाओं वाली पाई गईं।
खासकर दूरदराज के इलाकों में आवश्यकता के समय इनका जरूरतमंदों तक पहुंचना मुश्किल था।
भविष्य में इसी तरह की स्थितियों को देखते हुए, यह स्टार्ट-अप एक फील्ड-पोर्टेबल स्मार्ट बैग पैक आपातकालीन किट-आधारित ऑक्सीजन रिफिलर के विकास के विचार के साथ आया जिसे कोविड-19 और अन्य आपातकालीन जीवनरक्षा सहायता के लिए एक निगरानी मोबाइल ऐप से जोड़ा जा सकता है।
स्वास्थ्य कर्मियों को दूषित हवा में सांस लेने के जोखिम से बचाने के लिए इस उपकरण (डिवाइस) का उपयोग अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (फ्रंटलाइन वर्कर्स), पैरामेडिक्स, अग्निशमन कर्मियों (फायर टेंडर), नर्स, चिकित्सकीय आपातस्थिति के दौरान ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए डॉक्टरों द्वारा किया जा सकता है।
विकसित उत्पाद को वर्तमान में मान्यता दी जा रही है साथ ही इसके डिजाइन में भी सुधार किया जा रहा है।