बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर शुरू हुआ 5वीं और 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों का वार्षिक मूल्‍यांकन

लगभग 30 हजार केन्‍द्रों पर 93 हजार स्‍कूलों के 17 लाख से अधिक विद्यार्थी हुए सम्मिलित

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भोपाल. प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में 5वीं और 6वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों का वार्षिक मूल्‍यांकन आज से शुरू हुआ। पहले दिवस विद्यार्थियों ने विशिष्‍ठ भाषा का पेपर हल किया। संचालक राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र श्री धनराजू एस ने बताया कि, वार्षिक मूल्‍यांकन के प्रथम दिवस प्रदेश भर के लगभग 30 हजार केन्‍द्रों पर 93 हजार स्‍कूलों के 17 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए। उन्‍होंने कहा कि प्रयास यही रहा है कि समूची व्‍यवस्‍थाएँ पारदर्शी हो और विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो। इसके लिए बच्‍चों को उनके घरों के पास ही परीक्षा केन्‍द्रों का आवंटन किया गया है। साथ ही सभी व्‍यवस्‍थाएँ ऑन लाइन कर देने से बच्‍चों को परीक्षा देने में भी सहजता है।

भोपाल के छात्र को मिली सीहोर में परीक्षा देने की सुविधा

 श्री धनराजू ने बताया कि इन व्‍यवस्‍थाओं के सुखद परिणाम पहले दिन ही सामने आए हैं, जिसका उदाहरण कक्षा 5वीं का छात्र सुमित कुशवाह है। भोपाल की शासकीय प्राथमिक शाला बिशनखेडी अध्ययनरत सुमित आज सीहोर जिले के मुंगावली ग्राम की शासकीय शाला के परीक्षा केन्‍द्र पर शामिल हुआ। इस प्रक्रिया में सुमित का रोल नम्बर ऑनलाइन जारी हुआ और दोनो परीक्षा केन्‍द्रों के ऑनलाइन पंजीयन सुमित के सहयोगी बने। अब सुमित आने वाले पेपर भोपाल स्थित अपने स्‍कूल के परीक्षा केन्‍द्र पर भी दे सकेगा। 

ऑनलाइन मिलेगी अंकसूची

संचालक श्री धनराजू ने बताया कि इस वर्ष 5वीं और 8वीं के प्रश्‍न-पत्रों का निर्माण भी राज्‍य स्‍तर पर किया गया है। साथ ही उत्‍तर पुस्तिकाओं का मूल्‍यांकन भी दूसरे स्‍कूलों और अन्‍य जिलों में भी किया जायेगा। प्राप्‍तांकों को ऑनलाइन व्‍यवस्‍था में एकीकृत कर अंकसूची का छात्र वार निर्माण भी कम्‍प्‍यूटरीकृत रूप से किया जायेगा। अंकसूची विद्यार्थी को ऑनलाइन भी प्राप्‍त हो सकेगी।    

उल्‍लेखनीय है कि राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र ने कई वर्षों बाद बोर्ड परीक्षाओं के अनुरूप इस वार्षिक मूल्‍यांकन का आयोजन किया है। इसके लिए विद्यार्थियों के पंजीयन, परीक्षा केन्‍द्रों का चयन, परीक्षा हेतु रोल नंबर, प्रवेश-पत्र आदि समूची व्‍यवस्‍थाएँ ऑनलाइन संपादित की गई हैं। इससे विद्यार्थियों को सहजता के साथ भयमुक्‍त वातावरण में परीक्षा देने के अवसर प्राप्‍त हो रहे हैं।