Gwalior : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने बेटे आर्यमन सिंधिया को ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन (GDCA) में उपाध्यक्ष का पद दिया। इसे सिंधिया खानदान की एक और पीढ़ी के राजनीति में आने का संकेत माना जा रहा है। खास बात ये कि आर्यमन के के दादा और पिता दोनों ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत क्रिकेट एसोसिएशन से ही की थी। आर्यमन को पहली बार किसी भी संगठन जगह दी गई है। इसे उनके सार्वजनिक जीवन की शुरुआत माना जा रहा है। लेकिन, अभी यह नहीं कहा जा सकता कि ये उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हैं।
इसकी आधिकारिक घोषणा भी हो चुकी है। GDCA के कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत मेहता अब संगठन के नए अध्यक्ष होंगे। GDCA की नई कार्यकारिणी में आर्यमन सिंधिया को उपाध्यक्ष बनाया गया। उनके साथ जीवाजी यूनिवर्सिटी में शारीरिक शिक्षा विभाग के डायरेक्टर रहे डॉ राजेंद्र सिंह भी उपाध्यक्ष होंगे। इसके अलावा संजय आहूजा को सचिव बनाया गया और वीरेंद्र बाफना कोषाध्यक्ष बने रहेंगे। 27 मार्च को GDCA की वार्षिक आम सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया और वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा हुई थी। इस नई कार्यकारिणी को दिल्ली से भी स्वीकृति मिल गई।
माधवराव सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी क्रिकेट एसोसिएशन के जरिए राजनीति में दखल शुरू किया था। माना जा रहा है कि आर्यमन भी शायद उसकी राह पर हैं। चार दिन पहले आर्यमन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके घर पर मिल चुके हैं। आर्यमन को नरेंद्र मोदी ने अपने पास खड़ा किया था। जबकि ज्योतिरादित्य दूर खड़े दिखाई दिए।
आर्यमन पिछले कुछ सालों से पिता के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। ज्योतिरादित्य हाल के कार्यक्रम में आर्यमन को खास लोगों से मुलाकात कराते हुए भी देखे गए। आर्यमन भी पिता का प्रचार की बागडोर संभाले रहते हैं। वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहते हैं। पिता के अलावा सबसे ज्यादा वह अपनी मां प्रियदर्शनी राजे के करीब माने जाते हैं।