Bhopal: अपने दूसरे कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया है। शपथ ग्रहण के दो सप्ताह के अंदर कथित भ्रष्टाचार और सरकारी काम के प्रति लापरवाही के आरोप में दो जिलाधिकारियों – सोनभद्र तथा औरय्या के अलावा गाजियाबाद के एस एस पी को निलंबित कर दिया। पता चला है कि अब एक और जिलाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
इटावा से भाजपा सांसद डा रमा शंकर कठेरिया ने इटावा की जिला कलेक्टर श्रुति सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये हैं और मुख्यमंत्री सै कलेक्टर की संपत्ति की भी जांच कराने की मांग की है। श्रीमती सिंह 2006 बैच की छत्तीसगढ़ काडर की आईएएस अधिकारी हैं और 2018 से उत्तर प्रदेश में अंतर प्रादेशिक डेपुटेशन पर है।
सूत्रों का कहना है कि सांसद की शिकायत पर मुख्यमंत्री जल्दी ही फैसला ले सकते हैं। जाँच सही पाये जाने पर श्रीमती सिंह को उनके मूल काडर छत्तीसगढ़ वापस भैजा जा सकता है। बहरहाल, फ़ैसला होने तक वे इटावा कलेक्टर बनी रहेंगी।
इटावा मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का गृह जिला है। लेकिन कलेक्टर के खिलाफ इस परिवार से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है।