MP News: आरोपियों की वस्त्रहीन तस्वीर वायरल: दो पुलिस अधिकारी Line Attached
सीधी: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक पत्रकार और अन्य आरोपियों को लगभग निवस्त्र करने के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने दो पुलिस अधिकारियों को लाइन अटैच कर दिया है। बताया गया है कि सोशल मीडिया में पुलिस थाने में लगभग वस्त्रहीन तस्वीर वायरल करने संबंधी मामला जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो उन्होंने इस संबंध में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर SP ने सीधी के टाउन इंस्पेक्टर मनोज सोनी और एएसआई अभिषेक सिंह परिहार को तत्काल लाइन अटैच( Line Attached) के आदेश आज शाम जारी कर दिए गए। एसपी ने अशोक कुमार गोतम को सीधी कोतवाली का नया थाना प्रभारी नियुक्त किया है
मिली जानकारी के अनुसार बघेली भाषा में यूट्यूब पर चैनल चला रहे कनिष्क तिवारी समेत कुछ अन्य पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई । उन पर MLA केदारनाथ शुक्ला के बेटे की फेक आईडी बनाने और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर विधायक को बदनाम करने के आरोप लगाए गए हैं।
यह एफआईआर भी विधायक के बेटे की शिकायत पर की गई है। वरिष्ठ पत्रकार राकेश पाठक का कहना है कि कनिष्क के यूट्यूब पर एक लाख से अधिक फॉलोअर हैं। न्यूजनेशन चैनल का भी एक पत्र सामने आया है, जिसमें कनिष्क तिवारी को फ्रीलांस पत्रकार होने की पुष्टि होती है।
प्राप्त जानकारी अनुसार सीधी पुलिस ने अभद्र टिप्पणी करने वाले नीरज कुंदेर को गिरफ्तार किया था। यह मामला 2 अप्रैल का बताया जा रहा है। कुंदेर की गिरफ्तारी के बाद कनिष्क समेत रंगमंच और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कोतवाली में विरोध दर्ज कराया था। पुलिस ने सबको गिरफ्तार कर लिया। कनिष्क तिवारी यूट्यूबर है और उसके खिलाफ पहले भी कुछ शिकायतें दर्ज की गई थी।
कोतवाली थाने में आरोपियों की बिना कपड़ों की तस्वीरें खींचकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इसे लेकर अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है। कोतवाली सीधी में अपराध क्रमांक 262/22 धारा 419, 420, और आईटी एक्ट के 66सी, 66डी के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया। फोटो वायरल होने के मामले में डीएसपी के नेतृत्व में जांच की जा रही है।
यह मप्र के सीधी जिले के पुलिस थाने की तस्वीर है। यह अर्धनग्न युवा कोई चोर उचक्के नहीं है, ये लोकतंत्र के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के साथी है, इन्हें अर्धनग्न कर जेल में इसलिए डाला गया क्योंकि इन्होंने भाजपा विधायक के खिलाफ खबर चलाई थी। pic.twitter.com/k5wVLQsVhF
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) April 7, 2022
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
कांग्रेस के तमाम नेताओं ने इस मसले पर सोशल मीडिया पर सरकार को घेरा है। पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने फोटो ट्वीट करते हुए कहा कि यह मप्र के सीधी जिले के पुलिस थाने की तस्वीर है। यह अर्धनग्न युवा कोई चोर उचक्के नहीं है, ये लोकतंत्र के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के साथी है। इन्हें अर्धनग्न कर जेल में इसलिए डाला गया क्योंकि इन्होंने भाजपा विधायक के खिलाफ खबर चलाई थी।
वहीं, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि प्रदेश की निकम्मी और उनके बड़बोले मुखिया से सवाल करना सीधी बघेली न्यूज चैनल के वरिष्ठ पत्रकार कनिष्क तिवारी और उनके साथियों को भारी पड़ा। नग्न कर उन्हें थाने में खड़ा किया गया है। यह घोर निंदनीय कृत्य है… शिवराज सिंह सरकार अब अंग्रेजों की भांति दमनकारी रवैया अपना रही है।