वित्त वर्ष 2021-22 में टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन (Tax Collections) में 34 फीसदी का उछाल
वित्त वर्ष 2021-22 में में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Direct Tax Collection) इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मुकाबले ज्यादा रहा. इसके अलावा कस्टम ड्यूटी कलेक्शन (Custom duty collections) में 41 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया. ओवरऑल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Tax Collections) में 49 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 30 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है.
रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में सरकार का टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन(Tax Collections) 27.07 लाख करोड़ रहा. यह बजट अनुमान से 34 फीसदी ज्यादा है.
टैक्स कलेक्शन में उछाल यह दर्शाता है कि इकोनॉमिक रिकवरी अपने ट्रैक पर है और इसकी रफ्तार तेज है. पिछले वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Direct Tax Collection) इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मुकाबले ज्यादा रहा.
इसके अलावा कस्टम ड्यूटी कलेक्शन (Custom duty collections) में 41 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया. ओवरऑल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Tax Collections) में 49 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Tax Collections) में 30 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है.
तरुण बजाज ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में सरकार का टोटल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 14.10 लाख करोड़ रहा. यह बजट अनुमान के मुकाबले 3.02 लाख करोड़ ज्यादा है.इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन की बात करें एक्साइज ड्यूटी कलेक्शन 1.88 लाख करोड़ रहा जो बजट अनुमान से ज्यादा है.
बजट में इन डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का अनुमान 11.02 लाख करोड़ रुपए आंका गया था जो 12.90 लाख करोड़ रहा. टैक्स टू जीडीपी रेशियों की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष यह 11.7 फीसदी रहा जो वित्त वर्ष 2020-21 में 10.3 फीसदी रहा था.
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