कुं. पुष्पराजसिंह की रिपोर्ट
बागली। प्रदेश सरकार की नवीन आबकारी नीति के चलते केवल 10 हजार की आबादी वाले बागली नगर में देशी – विदेशी शराब की नई दुकान बागली-चापड़ा मुख्य मार्ग पर तीन स्कूलों के नजदीक खोली गई।
शराब दुकान खुलने के बाद स्थानीय रहवासियों ने विरोध के स्वर बुलंद कर शराब दुकान बंद करवा दी।
ठेकेदार ने गुरुवार शाम दुकान फिर से खोल दी जिस पर महिलाओं ने दुकान पर बैठकर धरना शुरू कर दिया और शाम के समय भजन किए।
आंदोलनकारियों को बागली राजा राघवेंद्रसिंहजी का समर्थन भी प्राप्त हुआ और शुक्रवार को उन्होंने धरना स्थल पर पहुंचकर महिलाओं का हौसला बढ़ाया।
प्रदेश में सरकार की आबकारी नीति का विरोध करने वाली कांग्रेस इस विरोध आंदोलन में कहीं नजर नहीं आई और अधिकांश कांग्रेस नेताओं ने दूरी बनाई। भाजपा की महिला मोर्चा जिला महामंत्री एवं पूर्व नप उपाध्यक्ष लक्ष्मी ग्रेवाल ने महिलाओं के साथ लेकर विरोध को आंदोलन की शक्ल दी और अपने आस – पड़ोस की महिलाओं के साथ खुद फ्रंट पर आकर धरना शुरू किया। आंदोलन में नगर के लगभग प्रत्येक हिस्से से महिलाएं पहुंची। महिलाओं ने दुकान से शराब की बिक्री को रोक दिया।
टीआई को दिया ज्ञापन
महिलाओं ने बागली टीआई दीपक यादव को दुकान हटाने के संबंध में ज्ञापन सौंपा। धर्म जागरण मंच के सुभाष कारपेंटर ने बताया कि नगर प्रवेश के इस मार्ग पर जहां दो निजी स्कूल एवं होस्टल ओम शांति एवं आइपीएस स्कूल तथा एक प्रायवेट कालेज वर्षों से संचालित हो रहे हैं।
यहां से लगभग 150 मीटर की दूरी पर दो बैंक, शासकीय हायरसेकंडरी स्कूल, मिडिल , स्कूल, जनपद के पीछे समीप ही कन्या स्कूल, सरस्वती शिशुमंदिर, इसी मार्ग पर आगेसभी शासकीय कार्यालय न्यायालय भवन से लेकर लड़के-लड़कियों के छात्रावास, मंडी वेयरहाउस है।
मार्ग के दूसरी ओर दिव्यानी कालोनी जनपद पंचायत, सरकारी अस्पताल, बैंक, नगर पंचायत, पुलिस थाना, वाग्योग आश्रम, कन्या शाला है। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों मासूम स्कूली बच्चे एवं नागरिक का आवागमन बना रहता है।
वार्ड नंबर तीन की पूर्व पार्षद लक्ष्मी ग्रेवाल के साथ महिलाओं ने शराब दुकान के सामने धरना प्रदर्शन पर शराब दुकान हटाने की मांग प्रशासन से की गर पंचायत के प्रशासक एसडीएम शोभाराम सोलंकी ने बताया कि नगर पंचायत से दुकान निर्माण एवं शराब दुकान खोलने की कोई अनुमति नही ली गई है।
दुकान के निर्माण एवं शराब दुकान पर उचित कार्यवाही करेंगे। नगर पंचायत प्रभारी मुरली राठौर ने बताया कि दुकान ने निर्माण एवं दुकान खोलने की अनुमति नगर पंचायत से नहीं ली गई। अवैध निर्माण में दुकान खोलने पर मकान मालिक और शराब दुकान संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
तहसीलदार और आबकारी अधिकारी मिलने पहुंचे
शुक्रवार को आंदोलन के दूसरे दिन तहसीलदार विवेक सोनकर और आबकारी अधिकारी विजय कुंहेरिया आंदोलनकारी महिलाओं से मिलने के लिए पहुंचे।
उन्होंने कहा कि हमें शाम तक का समय दीजिए वैकल्पिक स्थान तलाश कर दुकान हटा दी जाएगी। महिलाओं ने स्पष्ट कहा कि जब तक दुकान नहीं हटेगी। हमारा धरना जारी रहेगा।
इस अवसर पर अधिवक्ता प्रवीण चौधरी, हरजितसिंह ग्रेवाल, कमल बडोला, प्रकाश कारपेंटर, रमेशचंद्र जोशी, अनिल कारपेंटर, शोभा गोस्वामी, मनोरमा शर्मा, राजकुमारी ईनाणी, संध्या शिवहरे, शोभना जोशी, अलका कारपेंटर सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।