Water Problem : मवेशी हो या मनुष्य किसी को पानी के लिए तरसना न पड़े
मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar : जिस क्षेत्र से नहर गुजर रही हो, वहीं के लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़े यह उचित नहीं है। मवेशी हो या मनुष्य किसी को भी पानी के लिए ग्रीष्म ऋतु में तरसना न पड़े इसका PHE और जनपद पंचायत विशेष रूप से ध्यान रखे। यह विचार विधायक डॉ हीरालाल अलावा ने पेयजल समस्या को लेकर जनपद पंचायत की बैठक में व्यक्त किए।
विधायक डॉ अलावा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी गांव से कोई भी ग्रामीण संबंधित अधिकारी को फोन के माध्यम से सूचित करे कि हमारे यहां हैंडपंप बिगड़ा हुआ है या जल संकट है, उनकी समस्या का हल किया जाए। ऐसे में फोन न उठाना एक गंभीर अपराध माना जाएगा। फोन हमेशा चालू रखें।
विधायक ने बैठक में यह भी कहा कि जिस गांव में जल संकट हो, ऐसे में वहां के निजी जल स्त्रोतों का अधिग्रहण कर ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
इस संबंध में PHE के एसडीओ आरएस बामनिया ने बताया कि लगभग सभी ग्रामों की नल जल योजना के प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालय को भेजे जा चुके हैं। कई ग्रामों में नल-जल योजना जारी है, जिनकी देख-रेख का जिम्मा ग्राम पंचायतों के अधिन है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंप सुधारने का कार्य भी जारी है। जिस ग्राम से हैंडपंप के खराब होने की सूचना प्राप्त होती हैं, वहां PHE अपनी टीम भेजकर हैंडपंप सुधार देते हैं। गर्मी के दिनों में भू-जल स्त्रोत काफी नीचे चले जाता है या समाप्त हो जाता है। वहां पर जल संकट की समस्या जरूर आती है। जनपद पंचायत के सीईओ एलएस डिंडोर ने बताया कि बैठक में दिए गए निर्देशों का पालन करने के लिए ग्राम पंचायतों के सचिवों व रोजगार सहायकों को अवगत कर दिया गया है।