Groom Mounted Horse Under Police Protection : दबंगों की धमकी के बाद भी घोड़ी चढ़ा दलित दूल्हा!

दमोह प्रशासन ने नीरज को घोड़ी पर बैठने से मना करने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया

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दमोह से महेंद्र परिहार की रिपोर्ट

Damoh : सरकार सामाजिक अस्पृश्यता समाप्त होने के कितने भी दावे कर ले, पर ग्रामीण इलाकों में अभी यह ख़त्म नहीं हुई! इसकी बानगी 20 अप्रैल को सगोरिया गांव में देखने को मिली, जब एक दलित युवक को दबंगों ने रछवाई नहीं निकालने दी। गांव के दबंगों ने युवक को घोड़ी पर बैठने से मना कर दिया। मामला जानकारी में आने के बाद प्रदेश के राज्य अनुसूचित आयोग के सदस्य राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त प्रदीप अहिरवार को भारी पुलिस बल सहित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गांव पहुंचना पड़ा।

इसके बाद युवक नीरज अहिरवार को घोड़ी पर बैठने से मना करने वाले 11 लोगों को पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया। फिर अपने सुरक्षा घेरे में युवक को घोड़ी पर बैठाकर गांव में रछवाई निकाली गई। इससे पहले मामले से जुड़े गांव के 11 लोगों के खिलाफ पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। इमलिया चौकी के प्रभारी आनंद कुमार ने बताया कि रछवाई से पहले गांव के डब्बू लोधी, गोविंद लोधी व धन सिंह लोधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

नीरज को घोड़ी पर बैठाकर रछवाई की रस्म के लिए दमोह पहुंचे अनुसूचित आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार ने बताया कि नीरज ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी समस्या बताते हुए कहा था कि 20 अप्रैल को उसका विवाह है और गांव के कुछ दबंग उसे घोड़ी पर बैठने से मना कर रहे हैं। क्योंकि, गांव में दलित समाज के दूल्हे के घोड़ी पर बैठने पर पाबंदी है। मैंने इस अपील को स्वत: संज्ञान में लिया और इसी मकसद से दमोह जिले के ग्राम सगोरिया पहुंचा और बारात से पहले दूल्हा नीरज की घोड़ी पर बैठाकर रछवाई रस्म को पूरा कराया। मैंने इस विषय पर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से भी बात की है, क्योंकि यह बड़ी चिंता बात है कि आजादी के 75 साल बाद भी दमोह जिले में इस तरह की कुप्रथा है।