धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : मनावर के कांग्रेस विधायक और जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के नेता डॉ हीरालाल अलावा शादी के बहाने अपनी ताकत दिखाने वाले हैं। उनकी शादी में बड़ी भीड़ जुटने की संभावना है। डॉ अलावा अगले महीने दूल्हा बनने जा रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली जाकर 10 जनपथ पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की जनरल सेक्रेटरी और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी को भी 2 मई को होने वाली शादी का निमंत्रण सौंपा। प्रियंका गांधी ने उन्हें शादी के लिए शुभकामनाएं दी और आने का भरोसा दिलाया।
बताते हैं कि इस शादी के लिए उन्होंने 25 हजार से अधिक ‘जयस’ और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया है। AIIMS दिल्ली में सहायक प्राध्यापक की नौकरी छोड़कर विधायक बने डॉ हीरालाल अलावा की शादी छत्तीसगढ़ की धमतरी निवासी जागृति से हो रही है। शादी का भोज धार जिले के उनके पैतृक गांव भैसलाई में होगा। बताते हैं कि कई एकड़ में ये आयोजन की तैयारी की गई है और भोज पूरी रात चलेगा। निमंत्रण पत्र इंटरनेट मीडिया के जरिए भी भेजे गए हैं। डॉ अलावा अपने पूरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को गांव-गांव जाकर बुलावा दे रहे हैं। ‘जयस’ कार्यकर्ता भी शादी की तैयारी में जुटे हैं।
आज 23 अप्रैल को दिल्ली 10 जनपथ पर आल इंडिया कांग्रेस कमिटी कीजनरल सेक्रेटरी और उत्तरप्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी जी को 2 मई को होने वाली मेरी शादी मे सादर आंमत्रित किया
दीदी ने शादी की शुभकामनायें दी
धन्यवाद दीदी @priyankagandhi @RahulGandhi @OfficeOfKNath @Narwal_inc pic.twitter.com/iUBPwnoLNS— Dr. Hiralal Alawa (@HIRA_ALAWA) April 23, 2022
प्रियंका से निकटता
कांग्रेस के विधायक डॉ हीरालाल अलावा को प्रियंका गांधी ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्हें अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया गया। यूपी चुनाव में डॉ अलावा कोई बड़ा चमत्कार भले न कर सके हों, पर उनकी भूमिका तय हो गई। बताते हैं कि भविष्य में यह मध्यप्रदेश की सियासत के लिए अहम साबित होगी। आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे डॉ हीरालाल की नियुक्ति को उत्तर प्रदेश की जातिगत सियासत की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया था।
आदिवासियों के बीच पकड़
राहुल गांधी के भरोसे पर खरा उतर चुके डॉ अलावा को जब उत्तरप्रदेश में कांग्रेस संगठन को दोबारा खड़ा कर रहीं प्रियंका गांधी की टीम में बड़ी जिम्मेदारी मिली थी। यह इस बात का भी संकेत है कि डॉ अलावा की आदिवासियों के बीच पकड़ और पैठ का अब कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर भी भरपूर इस्तेमाल करना चाहती है।