Ratlam News: कृषि विभाग के अधिकारी पर FIR ,मामला 73 लाख के गबन का

कलेक्टर के निर्देश पर कार्यवाही

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*रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट*

Ratlam: जिले के पंचेड़़ स्थित कृषि विभाग के 40 हैक्टेयर में फैले कृषि फार्म की सुरक्षा और निगरानी के लिए तैनात तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी धनपाल सिंह तोमर ने फार्म में 73 लाख रुपए से ज्यादा का गबन कर डाला।

मामले की जानकारी विभाग को मिलने के बाद विभागीय जांच में तथ्य सामने आने के बाद कृषि विभाग के अधिकारी ने तोमर के खिलाफ नामली थाने में FIR दर्ज कराई है।

*दो साल में लगा डाला 73 लाख का चुना*

तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी धनपाल पिता वीरेंद्र सिंह तोमर को पंचेड़ कृषि फार्म का प्रभार सौंपा गया था।जनवरी 2019 से लेकर अगस्त 2021 के बीच की समयावधि में तोमर ने यहां मनमर्जी से काम किया और वरिष्ठ अधिकारियों की आंखों में धुल झोंकते हुए 73 लाख 42 हजार 844 रुपए का गबन कर डाला।तोमर ने फार्म की मिट्टी खुदाई करके बेचने के अलावा फार्म की फसलों को बेचकर गबन किया।

*नोडल अधिकारी ने दर्ज कराई एफआईआर*

नामली थाने में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर कृषि विस्तार नोडल अधिकारी केशव सिंह पिता रायसिंह गोयल ने शनिवार की दोपहर को नामली थाने पहुंचकर सारे प्रामाणिक दस्तावेजों के साथ ही विभाग की तरफ से आवेदन प्रस्तुत किया। इसमें तत्कालीन कृषि विस्तार अधिकारी धनपाल तोमर के खिलाफ की गई जांच,तथ्य और वरिष्ठ कार्यालय के आदेश शामिल थे।मामले को लेकर नामली पुलिस ने धनपाल तोमर के विरुद्ध धारा 406 और 420 में केस पंजीबद्ध कर लिया है।

*ऐसे कर डाला गबन*

01-पंचेड़ कृषि फार्म की शासकीय जमीन से अवैध रूप से उत्खनन कर शासन को 52 लाख 78 हजार 115 रुपए की क्षति पहुंचाई।

02-कृषि फार्म में शासकीय गेंहू,चने में हेराफेरी कर 77 हजार 332 रुपए और सोयाबिन की फसल में 1 लाख 67 हजार 912 रुपए की क्षति पहुंचाई

03-शासन द्वारा खरीदे गए सोयाबीन को भी 12 क्विंटल कम मात्रा में दिखाकर 96 हजार 60 रूपए का शासन की क्षति पहुंचाई

04-सोयाबीन के भूसे में 2 लाख 22 हजार 244 रुपए,चना भूसा में 76 हजार 566 की गड़बड़ी की।

05-सोयाबीन आधार बीज से प्राप्त राजस्व राशि में एक लाख 11 हजार 575 रुपए शासकीय खजाने में जमा कराने की बजाय खुद ही डकार गया।इस तरह भ्रष्ट चापलूस अधिकारी ने कुल मिलाकर 73 लाख 42 हजार 844 रुपए का गबन कर सरकार को चुना लगा डाला।

फिलहाल यह भ्रष्ट अधिकारी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।