Drunken Women Officer : नशे में धुत्त महिला अधिकारी ने पुलिस को धमकाया!

'कमिश्नर लेबल की अधिकारी हूं, जिला स्तरीय नहीं!'

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Bahraich (UP) : बहराइच के देवीपाटन कमिश्नरी की एक महिला अधिकारी का नशे में धुत (Drunken Women Officer) वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में वे बहराइच पुलिस को धमकाती दिखाई दे रही हैं। वे कह रही हैं कि मैं कमिश्नर लेवल की अधिकारी हूं, जिला स्तरीय नहीं! मैं कमिश्नर से बात करूंगी। देवीपाटन मंडल की उप श्रमायुक्त रचना केसरवानी का वीडियो रविवार दोपहर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने मामले को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के माध्यम से श्रम विभाग को भेज दिया है।

वीडियो में एक महिला नशे में धुत होकर महिला पुलिसकर्मी और अन्य पुलिस वालों से बहस करते दिखाई दे रही हैं। महिला सिपाही नशे में धुत अधिकारी को गाड़ी की पिछली सीट पर बिठाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वो बार-बार बाहर निकल कर ड्राइविंग सीट पर बैठने का प्रयास करती दिखाई दी। महिला ने खुद को बड़ा अधिकारी बताकर कमिश्नर से बात करने की भी धौंस भी दी।

वीडियो के मुताबिक अंत तक महिला सिपाही उनको गाड़ी में नहीं बैठा सकी। इस संबंध में रविवार को जरवल रोड के थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि 27 अप्रैल को महिला अधिकारी खुद कार चलाकर लखनऊ से अपने कार्यालय गोंडा जा रही थी। उन्होंने बताया कि रास्ता भटककर महिला की कार बहराइच की तरफ घूम गई और बहराइच मार्ग पर एक डिवाइडर से जा टकराई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि डायल 112 और टक्कर की सूचना मिलने पर पुलिस महिला पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंची।

धौंस दिखाकर गाड़ी चलाने की जिद
नशे में धुत महिला खुद ही गाड़ी चलाना चाह रही थीं। उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें मना किया। लेकिन, वे खुद को कमिश्नर स्तर का वरिष्ठ अधिकारी होने की धौंस देकर खुद गाड़ी चलाने की जिद पर अड़ी रहीं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछे जाने पर नशे में धुत महिला ने अपना नाम रचना केसरवानी, उप श्रमायुक्त देवीपाटन मंडल बताया। एसएचओ ने बताया कि काबू में नहीं आने के चलते महिला अधिकारी के पति को बुलाकर महिला पुलिस बल, पुलिस अधिकारियों और पति की मौजूदगी में महिला अधिकारी की चिकित्सा जांच कराई गई। इसके बाद ल उनको उनके पति के हवाले कर दिया गया।

महिला अफसर के शराब पीने की पुष्टि
मामला उच्चाधिकारी का था, इसीलिए प्रोटोकॉल के तहत पुलिस को उनकी जांच और उनके खिलाफ कार्यवाही का अधिकार नहीं है। इसलिए पूरा मामला वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के माध्यम से श्रम विभाग को भेज दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि महिला अधिकारी की चिकित्सा जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि चिकित्सा जांच रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के माध्यम से विभागीय उच्चाधिकारियों को भेजी गई है।