खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन: खरगोन शहर में आज दो बड़े त्यौहार ईद और परशुराम जयंती कर्फ्यू के साए में मनाए गए। शहर में कर्फ्यू के चलते आज ईद की नमाज लोगों ने घरों में ही अदा की। इस दौरान शहर में सहित प्रदेश और देश में भाई चारा और अमन शांति की विशेष दुआ की गई।
10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव आगजनी और हिंसा के बाद से सभी धार्मिक स्थल बंद हैं। ईद के साथ साथ आज परशुराम जयंती भी घर पर ही मनाई जा रही है।
दोनों समाजों की बैठक के बाद आज कर्फ्यू में कोई छूट नहीं देने का निर्णय लिया गया था। कानून व्यवस्था को लेकर शहर में कड़े इंतजाम किये गये हैं। करीब 1300 से अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रभारी एसपी रोहित काशवानी ने शांति बनाये रखने और घर में ही रहकर त्यौहार मनाने की अपील की है। ईद की नमाज घर पर ही अदा करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना था कि शासन प्रशासन को सहयोग देने के लिये समाज ने घर पर ही ईद मनाई है। शहर में भाई चारा बना रहे ऐसी दुआ की है।
खरगोन शहर में आज कर्फ्यू के चलते लोगों ने परशुराम जयंति भी घर पर ही मनाई। घर की चार दिवारी में ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर शहर में सुख, शांति और समृद्धि की विशेष प्रार्थना की।
रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद आगजनी और हिंसा के चलते 10 अप्रैल से धार्मिक स्थल बंद हैं। प्रशासन के साथ बैठक के बाद हिन्दू समाज के लोगों ने निर्णय लिया था कि घर पर ही परशुराम जयंती और अक्षया तृतीया का त्यौहार मनाया जायेगा।
शहर में घर घर त्यौहार पर पूजा अर्चना की गई। प्रतिवर्ष ब्राह्मण समाज की अगुवाई में भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। परशुराम जयंती को लेकर मीडियावाला ने खास बातचीत की।
ब्राह्मण समाज का कहना था कि शासन प्रशासन के निर्देशानुसार घर पर ही त्यौहार मना रहे हैं। भगवान विष्णु के छठवें अवतार परशुराम जी की पूजा अर्चना घर में कर भगवान से प्रार्थना कर रहे है कि शहर में सुख शांति सद्भाव और समृद्धि रहे। इस दौरान शंख बजाकर जयघोष भी किया गया।