Indore : लम्बे अरसे बाद एमवाय अस्पताल में हादसे में जले लोगों के इलाज के लिए अत्याधुनिक बर्न यूनिट तैयार हो रही है। इसकी लागत 7 करोड़ रुपए होगी। अब जले मरीजों को निजी अस्पतालों पर निर्भर नहीं रहना होगा। यूनिट का काम अंतिम चरण में है।
लगभग सात करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही इस यूनिट में जले हुए लोगों के इलाज के अत्याधुनिक सुविधा की व्यवस्था रहेगी। यूनिट की विशेषता यह रहेगी कि यहां हर मरीज की आवश्यकता के हिसाब से अलग-अलग पलंग पर अलग-अलग तापमान मेंटेन किया जा सकेगा। भर्ती मरीजों को सूरज की धूप सेंकने के लिए यूनिट से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा, यह व्यवस्था भी भीतर ही रहेगी। दो अत्याधुनिक माड्यूलर आपरेशन थिएटर, हाइड्रो थैरेपी यूनिट, स्किन बैंक, सनबाथ यूनिट के साथ यह यूनिट एक महीने में पूरी तरह से काम करने लगेगा।
अत्याधुनिक स्किन बैंक भी रहेगा। यूनिट में भर्ती मरीजों को स्वस्थ्य व्यक्ति की चमडी प्रत्यारोपित की जा सकेगी, ताकि उनके घाव जल्द से जल्द ठीक हो सकें। एमवाय अस्पताल का बर्न यूनिट एक महीने में पूरी तरह से शुरू हो जाएगा। काम अंतिम चरण में है। एमवायएच का बर्न यूनिट प्रदेश में किसी भी शासकीय अस्पताल में सबसे अत्याधुनिक बर्न यूनिट रहेगा।
हर पलंग पर अलग तापमान
यूनिट में हिटिंग वेंटिलेशन एंड एयर कंडिशनिंग (एचवीएसी) सिस्टम लगाया जा रहा है। इस सिस्टम की मदद से मरीज के हिसाब से उसके पलंग का तापमान रखा जा सकेगा। एक मरीज के पलंग की हवा दूसरे पलंग पर भर्ती मरीज तक नहीं पहुंचेगी। कमरों से हवा एयर फिल्टरों से शुद्ध होकर ही वातावरण में जाएगी।
मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर
अत्याधुनिक बर्न यूनिट में दो माड्यूलर ओटी भी रहेंगे। मरीजों को नींद की दवाई देकर आपरेशन किए जा सकेंगे। एमवाय में इसके अलावा हाइड्रोथेरेपी यूनिट भी रहेगी। इस यूनिट में मरीजों को बेहोश कर उन्हें चैंबर पर लेटाकर उनके घाव साफ किए जा सकेंगे। उन्हें नहलाने की व्यवस्था रहेगी। मरीज की आवश्यकता और घाव के हिसाब से पानी का तापमान रखा जा सकेगा। महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग सनबाथ रूम भी रहेंगे। जले हुए लोगों को कुछ समय के लिए सूरज की धूप में भी रखना होता है, ताकि घाव संक्रमण मुक्त हो सकें। अत्याधुनिक यूनिट में महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग सनबाथ रूम होंगे। मरीजों को सूरज की धूप लेने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।