छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
Chhatarpur: छतरपुर में बच्चे पैदा न होने के ताने और पारिवारिक/सामाजिक बुराई के चलते एक महिला को औलाद न होने की वजह से खुदकुशी कर अपनी जान देना पड़ी।
घटना छतरपुर जिले के मातगुवां थाने के रनगुंवा गांव की है जहां रखा राजकुमार बताता है कि चार साल पहले अप्रैल 2018 में विवाह करके किरण कुमारी को झारखंड से ब्याहकर छतरपुर लाया था तब से आज तक विवाह के चार साल गुजरने के बाद भी अब तक उनके बच्चे नहीं हुए, जिसके चलते ससुराली, सास, ससुर, देवर, भाभी उससे झगड़ते और ताने दिया करते थे साथ ही बच्चा न होने पर उसे बांझ होने का ताना दिया करते थे।
जहां घटना के दिन भी ससूर और देवर ने उससे झगड़ा करते हुए उससे बच्चे न होने पर बांझ कह दिया जो बात उसे नागवार गुजरी और उसने दिल पर ले ली पत्नी ने जिस बात (ससुर और देवर के तानों) की शिकायत अपने पति से फोन करके कही थी।
तो वहीं अब पति रामकुमार का आरोप है जब वह इस झगड़े के बाद घर लौटा तो पत्नी किरण कुमारी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
जिसके लिए वह अपने पिता- हरदास, भाई- मुन्ना, भाभी- फूला को दोषी मान रहा है।
देखिये वीडियो: क्या कह रहा है, रामकुमार (आरोप लगाता मृतका का पति)-
तो वहीं पुलिस ने मृतिका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरु कर दी है।