बुध ग्रह हुआ वक्री, संभल कर रहे

1557

मई के महीने में बुध ग्रह वृषभ राशि में 10 मई से अपनी वक्री गति से वृषभ राशि में भ्रमण करेंगे. इसकी वक्री चाल का प्रभाव 1 जून 2022 तक बना रहेगा. इसके बाद यह मेष राशि में भ्रमण करेंगे.

जब भी कोई ग्रह वक्री होता है तो उसका देश, दुनिया और विभिन्न राशियों पर अशुभ असर अवश्य पड़ता है।
बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह तो इन राशियों पर वक्री बुध का अशुभ असर पड़ेगा, वहीं विभिन्न राशियों जिनमें मेष, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु और मीन राशियों पर भी इसका खराब असर पड़ सकता है.

भारतवर्ष के शासक वर्ग और अर्थव्यवस्था का स्वामी ग्रह है जिसके चलते शासक वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. वही अर्थव्यवस्था में उतार चढ़ाव आ सकता है.