Rumor Of Bomb In Train : ट्रेन में बम होने की सूचना क्यों देते थे ये 2 लोग
परिजनों के साथ वक्त गुजारने के लिए ट्विटर पर अफवाह
Indore : Rumor Of Bomb In Train : राज्य रेलवे पुलिस (RPF) ने दो ऐसे शातिर रेलवे कर्मचारियों को गिरफ्तार किया, जो अपने व्यक्तिगत और पारिवारिक कारणों के चलते ट्रेन के समय में बदलाव करने के लिए फर्जी सूचनाएं सोशल मीडिया पर वायरल करते थे।
ट्विटर पर मिले मेसेज के बाद रेलवे ने कई ट्रेनों के समय में बदलाव किया था। दोनों आरोपियों ने पहले 11 मई और हाल ही में 18 मई की रात को अफवाह फैलाने वाले ट्वीट किए थे।
दोनों आरोपी मुंबई में रहते है और प्राइवेट कंपनी के ठेके पर सफाईकर्मी के तौर पर काम करते थे। गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस में दोनों ही कर्मचारियों की ड्यूटी रहती है और अपने परिजनों के साथ ज्यादा वक्त गुजारने के लिए वो ट्विटर के माध्यम से ट्रेन में बम होने की सूचना देते थे।
लेकिन, जब संबंधित ट्रेनों की जांच लोकल पुलिस और रेलवे पुलिस द्वारा की जाती तो नतीजा सिफर निकलता था। यानी ट्रेन में बम होने की अफवाह फैलाकर दोनों कर्मचारी कांट्रेक्टर को धोखा देने का प्रयास करते थे।
तीन राज्यों की पुलिस इस मामले को गंभीरता से जांच कर रही थी। वहीं, पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल की इंदौर जीआरपी पुलिस ने साइबर सेल भोपाल की मदद से दोनों ही
आरोपियों की पहचान की और उसके बाद दोनों को उज्जैन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों पर आईपीसी, साइबर क्राइम और रेल अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम मिलन रजक निवासी सांताक्रूज मुंबई और प्रमोद माली निवासी वेस्ट शिवाजी नगर बताए जा रहे है। जहां मिलन रजक की उम्र 44 वर्ष है तो वही उसके साथी प्रमोद की उम्र 24 वर्ष है।
जीआरपी इंदौर ने उज्जैन में गोरखपुर-बांद्रा ट्रेन में से पहले विनोद माली को गिरफ्तार किया जिसने बताया कि मिलन रजक ही ट्वीट करता है। इसके बाद दोनों को आसानी से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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