स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट Manawar : घर से किराने का सामान लेने निकली तीन नाबालिग बालिकाओं के अचानक गायब हो जाने से पुलिस के साथ पूरा नगर सकते में आ गया था। लेकिन, पुलिस की तत्परता से 15 घंटों में उन्हें ढूंढ निकाला गया।
बालिकाओं ने अपने बयान में बताया कि परिजनों द्वारा पढ़ाई के लिए बार बार डांटने पर वे बिना किसी को बताए धरमपुरी में किराए का कमरा भी ले लिया था।
उनके गायब होने की घटना से परिजनों सहित समूचा नगर दहशत में आ गया था।
परिजनों के पुलिस में रिपोर्ट करने के बाद यह चुनौती भरा काम था। लेकिन, पुलिस ने इस संवेदनशील मामले की गंभीरता को देखते हुए और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल मोबाइल और अपने सूत्रों के जरिए बालिकाओं की तलाश शुरू की।
एसडीओपी धीरज बब्बर ने टीआई नीरज बिरथरे के नेतृत्व में जवानों की टीम का गठन किया। 15 घंटे में मनावर पुलिस ने नाबालिग बालिकाओं को ढूंढ निकाला।
बालिकाओं का वापस आकर भी कहना है कि वे माता-पिता के साथ नहीं रहना चाहती। पुलिस ने उन्हें समझाईश देकर परिवार के सुपुर्द किया।
बालिकाओं को ढूंढने में उपनिरीक्षक जितेंद्र बघेल, साधना भावसार, राजेश हाडा, नीरज कोचले, राघवेन्द्र, बाबू कामलिया, ज्योति मोरे, अनिता अलावा आदि का सराहनीय सहयोग रहा।