Nupur Sharma : आखिर किसकी नाराजगी ने छीनी नवीन और नुपुर की कुर्सी!

कतर विदेश मामलों के मंत्रालय ने भारतीय राजदूत को तलब किया

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BJP's Big Action : पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद बीजेपी का बड़ा एक्शन

New Delhi : भाजपा ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली के मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल के खिलाफ BJP ने कार्रवाई की और पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित किया और नवीन जिंदल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया। कहा जा रहा है कि भाजपा ने यह कदम अरब देशों की नाराजगी के बाद उठा। पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी को विवादों में घिरी नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ भाजपा ने रविवार को उम्मीद के विपरीत कार्रवाई की। इसके बाद नूपुर शर्मा ने माफीनामा भी जारी किया और अपने परिवार को खतरा होने की बात भी कही।

इन सबके बीच एक और चर्चा शुरू हो चुकी है। कहा जा रहा है कि भाजपा ने नवीन जिंदल और नुपुर शर्मा को निलंबित करने का फैसला अरब देशों की नाराजगी के बाद लिया। कतर MOfA ने भी कतर विदेश मामलों के मंत्रालय ने भारतीय राजदूत डॉ दीपक मित्तल को तलब किया और उन्हें एक आधिकारिक नोट सौंपा, जिसमें पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भारत में सत्तारूढ़ दल के एक अधिकारी द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी की निराशा, पूर्ण अस्वीकृति और निंदा व्यक्त की गई।

सोशल मीडिया पर यह चर्चा
जानकारी के मुताबिक, अरब देशों से ताल्लुक रखने वाले कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लगातार दावा किया जा रहा है कि नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के बयान को लेकर अरब देशों के लोग काफी ज्यादा नाराज थे। दावा किया जा रहा है कि इसकी वजह से सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन आदि देशों में लोग भारतीय प्रोडक्ट्स का बहिष्कार तक करने की बात कही थी। क्योंकि, सत्ताधारी पार्टी की प्रवक्ता ने पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके चलते अरब देशों ने भारत की पार्टी भाजपा के खिलाफ बॉयकॉट अभियान शुरू किया था। सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि इस बहिष्कार से भाजपा घबरा गई और नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल को निलंबित कर दिया। साथ ही, पार्टी की छवि धर्मनिरपेक्ष होने की बात भी कही।

मामले की हकीकत
नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के निलंबन के पीछे अरब देशों के दबाव के कनेक्शन को लेकर मीडिया में कई खबरे चली। अरब देशों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ‘बॉयकॉट इंडिया’ ट्रेंड होने की जानकारी का भी पता लगा। वहीं, ओमान के ग्रांड मुफ्ती अहमद अल-खलीली ने भी इस संबंध में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘भारत में सत्तारूढ़ चरमपंथी पार्टी की आधिकारिक प्रवक्ता ने इस्लाम के दूत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें सद्बुद्धि दें। अब पृथ्वी पर मौजूद हर मुस्लिम, चाहे वह पूर्व से ताल्लुक रखता हो या पश्चिम से, जरूरी है कि इस मामले पर गौर फरमाए और एक देश के रूप में उठ खड़ा हो।’ इसके अलावा सऊदी अरब, फिलिस्तीन समेत अरब के तमाम देशों के बुद्धिजीवियों ने भी इस मामले को लेकर विरोध जाहिर किया।

विवादों में नवीन और नुपुर
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के बाद भारत में दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस मसले को लेकर टीवी चैनलों पर लगातार डिबेट हो रही है। ऐसी ही एक डिबेट के दौरान नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। वहीं, कानपुर में भी हिंसा भड़क गई। उधर, नवीन जिंदल ने एक जून को ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बयानबाजी की थी।

कतर ने कार्रवाई का स्वागत किया
कतर ने भारत में सत्तारूढ़ दल द्वारा जारी किए गए उस बयान का स्वागत किया, जिसमें उसने पार्टी के अधिकारी को पार्टी में अपनी गतिविधियों का अभ्यास करने से निलंबित करने की घोषणा की। कतर MOfA द्वारा जारी बयान के संबंध में एक मीडिया प्रश्न के जवाब में भारतीय राजदूत ने बताया कि ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है।