Bhopal प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया। 26 मई की रात जब से PCC के मीडिया विभाग में बदलाव हुआ, तब से नरेंद्र सलूजा खुश नहीं थे। उन्होंने कड़ी भाषा में कमलनाथ को इस्तीफा भेज दिया था। वे PCC भी नहीं आ रहे थे।
नरेंद्र सलूजा कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही उनके मीडिया समन्वयक के रूप में कार्य कर रहे थे। इसके पहले भी वे कमलनाथ के मध्य प्रदेश की मीडिया एक्टिविटी को लेकर सक्रिय रहते थे। PCC अध्यक्ष बनने के बाद कमलनाथ ने जब मीडिया विभाग में बदलाव किए तो शोभा ओझा को मानक अग्रवाल की जगह लाया गया और सलूजा को पीसीसी अध्यक्ष का मीडिया समन्वयक बनाया गया था।
मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सलूजा कमलनाथ के मीडिया समन्वयक बने रहे। मगर हाल में मीडिया विभाग के बदलाव को लेकर सलूजा अपने पद को यथावत रखे जाने से नाखुश नजर आए और उन्होंने कमलनाथ को सीधे पत्र लिखकर इस्तीफा भेज दिया। साथ ही पीसीसी मुख्यालय आना बंद कर दिया। अब कमलनाथ ने सलूजा के इस्तीफे को स्वीकार कर सभी अटकलबाजियां पर विराम लगा दिया है।
इस्तीफे में सलूजा ने जो लिखा
नरेंद्र सलूजा ने 27 मई को PCC अध्यक्ष कमलनाथ को भेजे अपने इस्तीफे था कि आपके द्वारा कल 26 मई 2022 को रात्रि में मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की नई टीम घोषित की गई है। मेरी कांग्रेस व आपके प्रति पिछले 30 वर्षों की निष्ठा, ईमानदारी व कार्यों का मुझे बहुत ही अच्छा इनाम आपने इस सूची में उल्लेखित कर दिया है। मेरा किसी को भी दी गई किसी भी जवाबदारी पर कोई विरोध नहीं है। मैं आपके द्वारा दी गई किसी भी जवाबदारी का निर्वहन करने में असमर्थ हूँ। मैं आपके द्वारा सौंपी गई सभी जिम्मेदारियों व कांग्रेस के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहा हूँ। त्यागपत्र आपको ईमेल भी कर दिया है। आपके इस स्नेह व सम्मान के प्रति सदैव आपका आभारी रहूँगा।
बदलाव का दौर
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पिछले कुछ दिनों में काफी बदलाव किए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति विभागों से लेकर मीडिया विभाग में आमूलचूल बदलाव किए। मीडिया विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले PCC के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री विधायक जीतू पटवारी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उसके कुछ घंटे में ही कमलनाथ ने उसे स्वीकार कर लिया। इस विभाग में तेजी के साथ बदलाव किए गए। अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी इंदौर के केके मिश्रा को दी गई तथा उपाध्यक्ष व 32 प्रवक्ता बना दिए गए।