Indore : भीषण गर्मी से जूझ रहे मध्य प्रदेश के 20 जिलों में शनिवार की शाम बारिश हुई। दोपहर से बादल छाना शुरू हो गए थे और शाम होते-होते बारिश हुई जो रात तक जारी रही। रात 11:30 बजे तक 1.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। ठंडक के कारण 5 घंटे में पारा 13.7 डिग्री लुढ़क गया था।
इंदौर में प्री-मानसून की धमाकेदार बारिश हुई। शनिवार को दोपहर 2 बजे बाद काले बादल छा गए। रात सवा आठ बजे से शुरू हुआ जोरदार बारिश का दौर जो साढ़े 11 बजे तक लगातार चला।
रात 11.30 बजे तक करीब दो इंच (47.4 मिमी) बारिश हुई। मौसम विज्ञान के मुताबिक, यदि मानसून की यह रफ्तार रही तो तीन-चार दिन में (15 जून के आसपास) यह प्रदेश में दस्तक दे सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार सुबह आसमान साफ रहेगा, लेकिन बाद में बादल छाएंगे, बारिश भी होगी। अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहेगा, उमस रहेगी।
मानसून 11 दिन से कर्नाटक में फंसा है। अब ये मुंबई को पार करके गुजरात की सीमा तक जा पहुंच गया।
पिछले आंकड़े बताते हैं कि मानसून जब गुजरात की सीमा तक पहुंचता है, तो मध्यप्रदेश से नीचे के सभी राज्यों में मानसूनी बारिश शुरू होती है। इस बार ऐसा नहीं है। क्योंकि, मानसून ने अभी केरल को ही कवर किया।
जबकि, 12 जून तक आंध्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र व आधे छत्तीसगढ़ में मानसून छा चुका होता है। मुंबई में मानसून सक्रिय होने से मध्यप्रदेश में नमी आ रही है। महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक तक द्रोणिका बनी है, जो बारिश की वजह बनी।
बारिश के साथ हवाओं की रफ्तार भी बढ़ रही है। तेजी से बन रहे मानसून के आसार बन रहे हैं। इसके असर से अगले दो-तीन दिन में महाराष्ट्र और मध्य भारत में गरज के साथ छीटें पड़ने के आसार हैं। इससे तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी।
पूर्वोत्तर में हिमालयी और पश्चिम के तटीय इलाकों में तेज बारिश का अलर्ट है। दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों को छोड़ दें तो 14 जून तक कहीं भी बारिश की संभावना बहुत कम है। हालांकि पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार और राजस्थान में अभी लू चल रही है।