मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar : लगभग डेढ सौ करोड़ की लागत से बनने वाले 56 KM लंबे मनावर-उमरबन-धामनोद मार्ग की हालत मानसून पूर्व की तीन घंटे की बारिश से इतनी खस्ताहाल हो गई कि वाहनों और राहगीरों का चलना दूभर हो गया। इस मार्ग पर 6 बडे़ पुल का निर्माण भी किया जाना है।
लेकिन, विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों की लापरवाही के कारण न तो मार्ग पूरा हो रहा है और न पुल बन रहे है। इस संबंध में विधायक डाॅ हीरालाल अलावा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि उक्त मार्ग का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जाए क्योंकि, बारिश में इस मार्ग पर राहगीरों व वाहन चालकों के लिए काफी कठिनाइयों पैदा हो जाती है। लेकिन, इसका भी कोई असर न तो PWD पर हुआ और न ठेकेदारों पर हो रहा है।
मनावर-उमरबन-धामनोद मार्ग के पूरा करने की समय सीमा पिछले पांच वर्षों में तीन बार बदली जा चुकी है। जबकि, वर्तमान में इसकी समय सीमा 30 जून 2022 निर्धारित की गई है।
लेकिन, इस मार्ग का कार्य कब चालू हो जाता है और कब बंद हो जाता है, इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं! जबकि, इस मार्ग के 7 बड़े पुलों का निर्माण किया जाना है, जिसमें 6 पुलों का निर्माण अभी बाकी है। मार्ग निर्माण करने वाले PWD की अनदेखी व ठेकेदारों की मनमर्जी के कारण मार्ग का निर्माण कछुआ गति से चल रहा है।
पुलों के निर्माण में उपयोग की जाने वाली रेत, सरिया, सीमेंट आदि की गुणवत्ता की और भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस मार्ग पर सुबह-शाम ट्रक व ट्रालों के कारण धूल उड़ती रहती है।
बारिश में यह सड़क मुसीबत का रूप ले लेती है, जिससे यहां दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है। विधायक डाॅ अलावा ने मार्ग निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने एवं मनमर्जी से कार्य करने वाले दोषी अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।