Patna : रविवार को बिहार के पटना एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। विमान में 185 यात्री सवार थे, सभी सुरक्षित बच गए। दो महिला अफसर इन यात्रियों के लिए मसीहा बनकर सामने आई। विमान की पायलट कैप्टन मोनिका खन्ना (Captain Monica Khanna) और एटीसी कंट्रोलर चंचला (ATC Control Chanchla) के लिए तमाम परिस्थितियां विपरित थी! छोटी सी लापरवाही से लोगों की जान खतरे में भी पड़ सकती थी। लेकिन पायलट इन कमांड मोनिका खन्ना और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की चीफ कंट्रोलर चंचला ने वो कमाल कर दिखाया, जिसकी यात्रियों और लोगों लोगों को उम्मीद नहीं थी। दो दिन बाद अब इन दोनों महिला अफसरों की बातें सामने आ रही है।
यात्रियों ने बताया कि विमान में आग लगने की जानकारी मिलने के बाद भी भी कैप्टन मोनिका खन्ना यात्रियों को हौसला देती रहीं कि घबराइए नहीं, स्थिति कंट्रोल में है। साथ ही उन्होंने ATC कंट्रोल चंचला के साथ बातचीत करके तुरंत प्लेन लैंड करने का फैसला लिया। ऐसी स्थितियों के जानकारों के मुताबिक इन दोनों महिला अफसरों ने उस परिस्थिति में जिस तरह से बातचीत की और फैसला किया, वो एक उल्लेखनीय घटना है।
भविष्य के पायलटों और ATC कंट्रोल अफसरों के लिए भी दोनों के बीच की बातचीत एक उदाहरण है। सबसे ख़ास बात यह कि पटना जैसे मुश्किल रनवे वाले एयरपोर्ट पर दोनों अफसरों ने तुरंत विमान को उतारकर कमाल कर दिया। इसी का नतीजा था कि सभी यात्री सुरक्षित रहे। बता दें कि ATC और पायलट के बीच की बातचीत रिकॉर्ड होती है, जिससे वस्तुस्थिति का पता चलता है।
विमान के इंजन में आग लगने की सूचना मिलते ही कैप्टन मोनिका खन्ना ने ATC को सूचना दी। इसके बाद विमान के बाएं इंजन को दोनों ने मिलकर तुरंत बंद करने का निर्णय लिया। इसके बाद विमान को लैंड कराना था। इसके लिए तय मानकों के अनुसार विमान को आसमान में एक चक्कर लगाना था। कैप्टन मोनिका ने तुरंत एक चक्कर लगाया और विमान की सुरक्षित लैंडिंंग करा दी। रनवे पर पहुंचते-पहुंचते आग बुझ चुकी थी। लेकिन, खतरा तब तक बना रहा जब तक आखिरी यात्री विमान से नीचे नहीं आ गया। विमान की लैंडिंग के बाद विमान कंपनियों के प्रतिनिधियों और एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कैप्टन मोनिका का ताली बजाकर स्वागत किया।
बर्ड हिट का शिकार
कैप्टन मोनिका खन्ना को जैसे ही केबिन क्रू उन्हें आग के बारे में बताया, वो हड़बड़ाई नहीं और न ही डरीं। उन्होंने सीधे आग लगे इंजन को बंद कर दिया। उस वक्त स्पाइसजेट की इस फ्लाइट में 2 बच्चों समेत 185 यात्री और 6 केबिन क्रू मेंबर भी थे। जहाज ने जब पटना से टेक ऑफ किया था, तो एक यात्री नीचे के नजारे का वीडियो बना रहा था, उसने आग की लपटें देख फौरन केबिन क्रू मेंबर को बताया। फौरन पता चल गया कि इंजन नंबर एक से आग और धुआं निकल रहा है। पायलट मोनिका खन्ना तक जैसे ही खबर पहुंची तो उन्हें शक हो गया कि जहाज बर्ड हिट का शिकार हुआ है।
मोनिका की चतुराई और वो दस सेकंड
पटना हवाई अड्डे के दो छोरों में से एक पर ऊंचे पेड़ हैं, दूसरी तरफ रेलवे लाइन। ऐसे में आग से खराब हो चुके एक इंजन वाले प्लेन को लैंड कराना खुद में एक बड़ा जोखिम था। लेकिन, कैप्टन मोनिका खन्ना ने अपना धैर्य नहीं खोया। उन्होंने प्लेन को पटना में रनवे पर उतारने का फैसला किया। मात्र दस सेकेंड का उनका यह फैसला अब एक मिसाल बन चुका है।
कैप्टन मोनिका खन्ना स्पाइस जेट विमान कंपनी की एक्सपीरियंस्ड पायलट हैं। उन्हें बचपन से ही आसमान में उड़ान भरने का शौक था। फ्लाइट्स उड़ाने के लिए मोनिका ने पढ़ाई के साथ-साथ कड़ी मेहनत भी की है। कहा जाता है कि एक पायलट में धैर्य होना चाहिए, मोनिका ने आग लगे प्लेन की सेफ लैंडिंग कराकर इसे साबित कर दिया। रविवार को जब स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-723 से धुआं निकलने लगा, तो मोनिका ने बगैर समय गंवाए प्लेन को गंगा नदी की तरफ मोड़ दिया था, ताकि हालात बिगड़ने पर प्लेन में सवार ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाया जा सके। लेकिन उनकी सूझबूझ ने ये नौबत नहीं आने दी।